लखनऊ: बीजेपी के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ को जब उत्तर प्रदेश की कमान मिली तो कईयों के लिए यह चौंकाने वाला कदम था. अब उन्हें मुख्यमंत्री बने करीब ढाई साल पूरे हो चुके हैं. बीजेपी अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह ने आज इसका खुलासा किया कि योगी को मुख्यमंत्री क्यों बनाया गया.


शाह ने आज लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी- 2 को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जब योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश की कमान देने का फैसला किया गया तो बहुत सवाल उठे थे. लोगों ने हमें फोन किया और कहा कि योगी जी ने नगरपालिका भी नहीं संभाली है, वह कभी मंत्री नहीं रहे, वह एक ‘संन्यासी’ हैं और उन्हें इतने बड़े राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है. उस समय पार्टी अध्यक्ष के रूप में मैं और पीएम नरेंद्र मोदी सिर्फ यही सोच रहे थे कि कौन ऐसा व्यक्ति है जो दृढ़ निश्चय और कड़ी मेहनत करने में सक्षम हो, जो सभी परिस्थितियों के अनुकूल हो, इसलिए हमने यूपी का भविष्य योगी जी के हाथों में सौंप दिया.''





गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ''योगी ने प्रदेश के 22 करोड़ लोगों में यह आत्मविश्वास जगाने का काम किया कि उत्तर प्रदेश भी देश में सर्वोत्तम प्रदेश बन सकता है. मैं आज बड़े संतोष से कह सकता हूं कि हमारा निर्णय उचित था.''


गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि योगी सरकार के साथ भारत सरकार भी प्रदेश के विकास के लिए कटिबद्ध है. आज आयकर भरने वालों की संख्या 3 करोड़ 80 लाख लोगों से बढ़कर 6 करोड़ 70 लाख हो गई. जीएसटी को सुचारु बनाया गया और सफल तरीके से लागू किया गया.. आर्थिक विकास के लिए अड़चनें दूर करना जरूरी है और इसलिए इज ऑफ डूइंग बिजनेस पर जोर दिया गया.


भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है- अमित शाह


अमित शाह ने कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री बनने का रास्ता लखनऊ से होकर जाता है, उसी तरह भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का मार्ग भी उत्तर प्रदेश से ही होकर गुजरता है.