पटना: बीजेपी की बिहार यूनिट के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि पार्टी उन सभी 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी जिन पर पिछले लोकसभा चुनावों में उसे जीत हासिल हुई थी. इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने बीजेपी को चुनौती दी कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वसनीय और स्वीकार्य चेहरे के बगैर ही सभी 40 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़े.
गौरतलब है कि जेडीयू इस बात पर जोर देता रहा है कि बीजेपी उसे ‘बड़ा भाई ’ माने.
बीजेपी के प्रदेश महासचिव राजेंद्र सिंह ने सासाराम में पत्रकारों से बातचीत में कहा , ‘‘बीजेपी उन सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी जिन पर उसे 2014 में जीत मिली थी. पार्टी अपने सहयोगियों के हितों की भी रक्षा करेगी और सीट बंटवारे का ऐसा समझौता करेगी जिससे राजग को बिहार में सभी 40 सीटें जीतने में मदद मिले.’’
लोकसभा में बिहार से बीजेपी के 22 सांसद हैं. इसके अलावा, एनडीए की सहयोगी एलजेपी और आरएलएसपी के पास क्रमश : छह और तीन सांसद हैं. नीतीश की अगुवाई वाले जेडीयू ने 2014 का लोकसभा चुनाव अकेले दम पर लड़ा था और उसे सिर्फ दो सीटें नसीब हुई थीं.
जेडीयू के विधान पार्षद और प्रवक्ता संजय सिंह ने बीजेपी नेता के बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि ‘‘ऐसे बयान जारी करने, वह भी ऐसे समय में जब राजग को एकजुट रहने की जरूरत है, से किसी को फायदा नहीं होने वाला.’’
सिंह ने कहा , ‘‘जेडीयू बिहार में राजग में बड़ा भाई है, यह एक तथ्य है, कोई इच्छा है. क्या बीजेपी नीतीश कुमार के विश्वसनीय और स्वीकार्य चेहरे के बगैर उतरकर चुनावी सफलता हासिल कर सकती है? यदि उसे लगता है कि वह ऐसा कर सकती है तो उसे सभी 40 सीट पर अपने दम पर लड़ना चाहिए.’’