इलाहाबाद : इलाहाबाद में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के करीबी बीजेपी के एक विधायक द्वारा एडिशनल एसपी को सरेआम धमकी दिए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दबंग बीजेपी विधायक एडिशनल एसपी रैंक के अफसर को लातों और जूतों से पीटने की धमकी देते हुए नजर आ रहे हैं. हैरत की बात यह है कि सत्ता के नशे में मदहोश बीजेपी विधायक जिस जगह अफसर को धमकी दे रहे हैं, उसी कैम्पस में खुद सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी डिप्टी सीएम केशव मौर्य भी मौजूद थे. वीडियो वायरल होने के बाद विधायक जी अब बैकफुट पर आ गए हैं और वह पुलिस अफसर को ही गलत ठहराने में जुट गए हैं. हालांकि उनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि पीटने की धमकी देने का अधिकार उन्हें किसने दिया है. इलाहाबाद के एसएसपी नितिन तिवारी ने इस मामले में जांच कराने की बात कही है.


गाड़ी समेत अंदर जाना चाहते थे विधायक हर्षवर्धन बाजपेई 


ये मामला शनिवार को दोपहर करीब सवा तीन बजे इलाहाबाद के बाघम्बरी गद्दी मठ का है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के इस मठ में शनिवार दोपहर को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को खाने पर आना था. सीएम के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी और सिद्धार्थनाथ सिंह को भी पहुंचना था. इनके पहुंचने से थोड़ी देर पहले ही इलाहाबाद नार्थ सीट से बीजेपी के विधायक हर्षवर्धन बाजपेई भी बाघम्बरी मठ पहुंचे. वह गाड़ी समेत अंदर जाना चाहते थे, लेकिन गेट पर मौजूद पुलिसवालों ने सीएम के प्रोटोकॉल का हवाला देकर गाड़ी बाहर रोककर पैदल ही अंदर जाने को कहा.


विधायक ने कहा- तुम लोग लातों के भूत हो और लातों के भूत बातों को नहीं समझते. तुम्हे तो जूते से मारना चाहिए


इस पर विधायक जी नाराज़ हो गए. उन्होंने वहां ड्यूटी पर मौजूद इलाहाबाद के गंगापार इलाके के एसपी सुनील कुमार सिंह को धमकी दी. वायरल हो रहे वीडियो में विधायक हर्षवर्धन द्वारा एएसपी सुनील कुमार सिंह को साफ़ तौर पर कहा जा रहा : तुम लोग लातों के भूत हो और लातों के भूत बातों को नहीं समझते. तुम्हे तो जूते से मारना चाहिए.


इस बीच विधायक के समर्थक उन्हें पैदल ही अंदर ले गए और विधायक के ठीक पीछे उनकी गाड़ी भी अंदर दाखिल हो गई. सत्ता पक्ष के विधायक के रौब के आगे पुलिस के अफसर लाचार नजर आए. वैसे यह पहला मौका नहीं है जब हर्षवर्धन बाजपेई ने पुलिस अफसरों के साथ बदसलूकी की हो.


पहले भी कर चुके हैं हंगामा


2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान हर्ष के पिता तत्कालीन मायावती सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री थे. उस वक्त हर्ष ने एसएसपी के कैम्प आफिस में घुसकर जमकर हंगामा किया था. विधायक हर्ष बाजपेई यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के करीबियों में गिने जाते हैं.


वीडियो वायरल होने के बाद विधायक बैकफुट पर 


बहरहाल वीडियो वायरल होने के बाद विधायक जी अब बैकफुट पर हैं और वह योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना के नाम का सहारा लेकर अपना बचाव कर रहे हैं. उनका दावा है कि वह खुद अपने लिए नहीं बल्कि गाड़ी में बैठे कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना के लिए गाड़ी अंदर जाने को कह रहे थे. हर्ष के मुताबिक़ मंत्री की तबीयत खराब थी इसीलिये वह अंदर ले जाना चाहते थे. बातचीत में वह ये कहने से भी गुरेज नहीं करते कि योगीराज में अफसरों के नहीं सुनने पर उन्हें ऐसे ही सबक सिखाया जाएगा. इस मामले में एडिशनल एसपी सुनील कुमार सिंह फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं, जबकि इलाहाबाद के एसएसपी नितिन तिवारी का कहना है कि उन्हें अभी कोई शिकायत नहीं मिली है. उन्होंने वीडियो भी नहीं देखा है. इस बारे में जानकारी लेकर जांच कराएंगे.