गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश में कई जगह जनप्रतिनिधियों के अधिकारियों के साथ टकराव के मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन गाजियाबाद में बीजेपी के विधायक और एसएसपी के बीच मामला इतना बढ़ गया कि बीजेपी विधायक ने अपनी सरकारी सुरक्षा भी वापिस कर दी. दरअसल गाजियाबाद की लोनी विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने मुख्यमंत्री योगी को एक चिट्ठी लिखी.चिट्टी में विधायक ने अपने क्षेत्र की पुलिस पर अवैध उगाही के आरोप लगाए और कहा कि इसके उनके पास सबूत भी है.



नंद किशोर गुज्जर ने लोनी विधानसभा से बीजेपी की टिकट से पहली बार चुनाव लड़ा और विधयाक बने. नंद ने अपनी राजनीति छात्र राजनीति से शुरू की थी. चुनाव प्रचार के दौरान नंद किशोर बेहद आक्रामक रहते थे और मंच से ही तत्कालीन अधिकारियों को हड़काते थे. विधायक बनने के बाद भी नंद किशोर कई बार छापेमारी कर चुके हैं.

विधायक नंद किशोर गुर्जर की लिखी चिट्टी के बारे में जब जिले के पुलिस कप्तान वैभव कृष्णा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विधायक ने अपने इलाके में तीन एक्स्ट्रा पुलिस के गनर लिए हुए हैं जो गलत है. उन्होंने इसी को लेकर अपने अधिकारियों से कहा था कि गनर वापिस लिए जाए. वैभव कृष्णा ने कहा कि विधायक चाहते तो ये चिट्टी मुझे लिख सकते थे लेकिन उन्होंने गनर हटाने के बाद मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी.


तो क्या गनर है विवाद की जड़

एसएसपी का ये जवाब मिलने के बाद विधायक ने अपनी सरकारी सुरक्षा वापिस कर दी. साथ ही दावा किया कि उन्हें एक्स्ट्रा गनर नियम अनुसार मिले थे.आपको बता दे कि यूपी में सरकारी गनर स्टेटस सिंबल माना जाता है और लोग गनर लेने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाते हैं. अब अगर एसएसपी की बात को सही मानें तो गनर वापस लेने का आदेश देने के बाद ये चिट्टी दवाब बनाने का दांव मानी जा रही है. वहीं सत्ताधारी विधायक अगर अपने क्षेत्र में पुलिस की अवैध उगाही की शिकायत सबूतों के साथ कर रहा है तो ये एक गंभीर मामला है.