इलाहाबाद / कौशाम्बी : यूपी में बीजेपी विधायक संजय गुप्ता के बिगड़े बोल एक बार फिर सामने आए हैं. इस बार विधायक ने नब्बे फीसदी मुसलमानों को बिजली चोर बताते हुए अफसरों से उनके यहां सख्ती से चेकिंग कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की हिदायत दी है.

इतना ही नहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के करीबी माने जाने वाले विधायक ने हिन्दुओं के खिलाफ बिजली चोरी में की जा रही कार्रवाई को गलत बताते हुए उसे रोकने को भी कहा है.

विधायक ने कहा है कि अगर अफसरों ने हिन्दुओं के खिलाफ के खिलाफ हो रही कार्रवाई को बीच में रोककर सभी मामले वापस नहीं लिए तो वह न सिर्फ अफसरों का जीना मुहाल कर देंगे, बल्कि उन्हें ऐसा करारा सबक सिखाएंगे, जिससे वह अपना तबादला करने को मजबूर होंगे.

कौशाम्बी जिले की चायल सीट से बीजेपी के विधायक  ने अफसरों से बिजली चेकिंग का डाटा धार्मिक आधार पर तैयार कर उसे अपने सामने पेश करने को भी कहा है.

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ विधायक संजय गुप्ता का ऑडियो

अफसर को धमकी देने का विधायक का ऑडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हो रहा है. इतना ही नहीं अफसर को धमकी देने के बाद विधायक बृहस्पतिवार को बिजली विभाग के दफ्तर पहुंचकर वहां धार्मिक आधार पर डाटा मांगने लगे तो दफ्तर में कोहराम मच गया. विधायक की करतूत और अफसर को दी गई धमकी के विरोध में बिजली विभाग के कर्मचारी धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे.

बिजली विभाग के कर्मचारियों और विधायक के समर्थकों में तीखी झड़प

इस दौरान बिजली विभाग के कर्मचारियों और विधायक के समर्थकों में तीखी झड़प भी हुई. विधायक समर्थकों ने बिजली विभाग की एक जीप पर पथराव कर उसमे तोड़फोड़ भी की है. ऑडियो सामने आने के बाद बैकफुट पर आए विधायक का कहना है कि बिजली विभाग के लोग धार्मिक आधार पर कार्रवाई करते हैं और साथ ही वसूली कर लोगों को परेशान भी करते हैं.

उन्होंने जो कुछ कहा है, वही उनके क्षेत्र की जनता भी सोचती है. संजय गुप्ता वही विधायक हैं, जिन्होंने कुछ दिन पहले इलाहाबाद में पुलिस के सब इंस्पेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उसके खिलाफ सीएम योगी और डीजीपी ओपी सिंह से शिकायत की थी.

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बेहद करीबी माने जाते हैं विधायक संजय गुप्ता

बिजली विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर को धमकी देने वाले बीजेपी के विधायक  यूपी के कौशाम्बी जिले की चायल सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे. विधायक यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बेहद करीबी माने जाते हैं.

विधायक ने बुधवार को बिजली विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर अविनाश सिंह को फोन किया. उन्होंने फोन पर कहा कि उनका विभाग हिन्दुओं का उत्पीड़न कर रहा है. जान बूझकर हिन्दुओं को परेशान किया जा रहा है. उनसे पैसे वसूले जा रहे हैं और उनके खिलाफ बिजली चोरी में एफआईआर भी कराई जा रही है. यह गलत है, क्योंकि हिन्दू लोग चोरी नहीं करते और वह बेगुनाह हैं.

एफआईआर वापस लेने की मांग

विधायक ने फोन पर ही कहा कि नब्बे फीसदी मुसलमान बिजली चोर होते हैं. वह खुलेआम बिजली चोरी करते हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. विधायक का कहना था कि वह अब बिजली चोर मुसलमानों को खुद ही सबक सिखाएंगे. उन्होंने एक्सईएन अविनाश से मुसलमानों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने और हिन्दुओं के क्षेत्र में अब कोई चेकिंग या कार्रवाई नहीं करने की भी हिदायत दी. बातचीत में उन्होंने हिन्दुओं के खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस कराने को भी कहा था.

एक्सईएन को धमकी दे रहे थे विधायक

दो बार की गई बातचीत में विधायक लगातार एक्सईएन को धमकी दे रहे थे. सभी अफसरों को चोर और बेईमान बता रहे थे और उन्हें अंजाम भुगतने की धमकी दे रहे थे. बातचीत में उन्होंने बिजली विभाग के इस बड़े अधिकारी को खूब खरी खोटी सुनाई और उसके खिलाफ केस दर्ज कराकर जेल भेजने की भी बात कही. बातचीत के आखिर में अफसर ने कहा वह उनके दबाव से आजिज आ चुका है और अपना तबादला किसी दूसरे जिले में करा लेगा.

विधायक के बेहद नजदीकी के यहां पकड़ी गई थी बिजली चोरी

दरअसल कौशाम्बी जिले में बिजली विभाग की टीम ने मंगलवार को विधायक संजय गुप्ता के बेहद नजदीकी आकाश के घर चेकिंग कर बिजली चोरी पकड़ी. विधायक की धौंस दिखाते हुए आकाश ने फाइन देने से मना कर दिया तो बिजली विभाग ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की अर्जी दे दी.

इस पर विधायक संजय गुप्ता ने कई बार फोन कर अर्जी वापस लेने का दबाव बनाया.अफसरों ने इसके बावजूद एफआईआर दर्ज करा दी तो विधायक जी आग बबूला हो गए और उन्होंने पूरे मामले को धार्मिक रंग देना शुरू कर दिया.

धार्मिक आधार पर चेकिंग का डाटा मांग रहे थे विधायक संजय गुप्ता

बहरहाल ऑडियो में दी गई अपनी धमकी के मुताबिक़ धार्मिक आधार पर चेकिंग का डाटा लेने के लिए विधायक दर्जनों समर्थकों के साथ बृहस्पतिवार को बिजली विभाग के दफ्तर पहुंच गए. उनके दफ्तर पहुंचते ही कोहराम मच गया और तमाम कर्मचारी नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए.

इस दौरान विधायक के समर्थकों ने भी हंगामा किया और एक अफसर की जीप पर पथराव कर उसमे तोड़फोड़ कर दी. ऑडियो सामने आने के बाद विधायक जी को अब जवाब देते नहीं बन रहा है. वह अपने बयान को न तो खुलकर स्वीकार कर पा रहे हैं और न ही उससे इंकार कर रहे हैं. विधायक के यह विवादित बोल बीजेपी सरकार के सबका साथ सबका विकास नारे का मजाक भी उड़ा रहे हैं.