गोरखपुर: बांसगांव सांसद कमलेश पासवान ने पत्रकार वार्ता करके डॉक्टर कफील के द्वारा अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा है कि यह सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए की गई बयानबाजी है. इसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम है. साथ ही उन्होंने कहा है कि वह किसी भी जांच में सहयोग करने को तैयार हैं. उनकी और उनके मित्रों की डॉक्टर कफील के परिवार से न तो कोई जान पहचान है और ना ही किसी तरह की रंजिश, डॉक्टर कफील के सारे लगाए हुए आरोप बेबुनियाद और राजनीति से दुष्प्रेरित हैं.


डॉक्टर कपिल और उनके भाई का विवादों से है पुराना नाता


डॉक्टर कफील और उनके भाई प्रॉपर्टी डीलर काशिफ के बारे में बताते हुए सांसद ने कहा कि डॉक्टर कफील का विवादों से पुराना नाता रहा है. एक महिला के द्वारा बलात्कार का आरोप लगाए जाने पर वह तिहाड़ जेल भी काट चुके हैं. यही नहीं बल्कि मेडिकल की परीक्षा में उनकी जगह किसी और व्यक्ति के बैठकर परीक्षा देने का भी एक मामला उनके ऊपर विचाराधीन है. जबकि उनके छोटे भाई काशिफ की गोरखपुर शहर में आधा दर्जन से अधिक जमीनी विवादों में संलिप्तता है. काशिफ सपा शासनकाल में दर्जनों जमीनों में हस्तक्षेप करते रहे हैं और विरोध करने वालों को शासकीय संरक्षण से फर्जी मुकदमों में बंद करवा कर उत्पीड़न करवाया है. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी काशिफ ने अपने पांव में खुद गोली मारकर एक 60 वर्षीया महिला और 55 वर्षीय पुरुष को हत्या के प्रयास के फर्जी मुकदमे में फंसाया था.

सांसद ने कहा- YouTube पर सुना डॉक्टर कफील का बयान
सांसद ने कहा कि उन्होंने डॉक्टर कफील का बयान YouTube पर सुना. उन्हें बहुत हैरानी हुई कि डॉ कफील ने अपनी प्रेसवार्ता में यह इल्जाम लगाया है कि बांसगांव सांसद का माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से विरोध है. घटना के दिन माननीय मुख्यमंत्री शहर में थे और कमलेश पासवान ने यह हमला मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की कोशिश में करवाया है. सांसद ने कहा कि, ''इस बयान से डॉक्टर कफील का मानसिक दिवालियापन सामने आता है.जिस व्यक्ति के भाई पर जानलेवा हमला हुआ हो उसके पास इतनी फुर्सत है कि वह प्रदेश की राजधानी में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा है और राजनीति से दुष्प्रेरित आरोप लगा रहा है. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी डॉक्टर कफील ने उन पर आरोप लगाया था, लेकिन वे चुप रहे. लेकिन आज जब बात काफी आगे बढ़ चुकी है तब वह बयान देने सामने आए हैं. सांसद ने कहा कि, वह किसी भी जांच का स्वागत करने को तैयार है.अगर सीबीआई जांच की मांग की गई है तो सांसद उस जांच में पूरा सहयोग करेंगे''.