इलाहाबाद: अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाली बहराइच से बीजेपी की सांसद सावित्री बाई फुले ने एक और विवादित बयान देकर सियासी हड़कंप मचाया है. सावित्री बाई फुले ने कहा है कि अयोध्या में भगवान राम के बजाय गौतम बुद्ध का मंदिर बनना चाहिए. उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट को भी अयोध्या में महात्मा बुद्ध का मंदिर बनाए जाने का ही आदेश देना चाहिए, क्योंकि वहां हुई खुदाई के दौरान बुद्ध की प्रतिमा मिली थी.


फायरब्रांड सांसद सावित्री बाई फुले ने योगी सरकार द्वारा संगम नगरी इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किये जाने के फैसले पर भी सवाल उठाते हुए इसे ग़लत करार दिया है. उनका साफ़ आरोप है कि आम जनता को बुनियादी सुविधाएं मुहैया करा पाने में नाकाम सरकार मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए नाम बदलने की सियासत कर रही है और इससे किसी को कुछ हासिल होने वाला नहीं है.


इलाहाबाद में पूनम संत महिला व विकास समिति द्वारा संविधान में बहुजन व अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकार और उनकी भूमिका विषय पर हुए सेमिनार में शामिल होने आई सांसद सावित्री बाई फुले ने मीडिया से की गई बातचीत में कहा कि देश में जब भी चुनाव नजदीक आता है, कुछ लोग मंदिर मस्जिद का राग अलापकर अपनी सियासी रोटियां सेंकना शुरू कर देते हैं.


कई राज्यों में विधानसभा और केंद्र में लोकसभा के चुनाव सर पर होने की वजह से फिर से मंदिर राग अलापा जाना शुरू हो गया है. उनके मुताबिक़ मंदिर मस्जिद से किसी का पेट नहीं भरता है, इसलिए लोगों के सम्मान-अधिकार और रोजगार के साथ उन्हें मिलनी वाली मूलभूत ज़रूरतों के बारे में बात होनी चाहिए. सावित्री बाई ने दावा किया कि जनता से जुड़े सवालों को लेकर वह सोलह दिसम्बर से लखनऊ से एक बड़े अभियान की शुरुआत करेंगी.