भोपाल: मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराने की योजना को 'ऑपरेशन होली' और 'ऑपरेशन रंगपंचमी' कहा गया. इसकी प्लानिंग मध्यप्रदेश के बाहर महीने भर पहले हुई. सूत्रों के मुताबिक, इस योजना को पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित बीजेपी के कुछ नेताओं ने बनाई थी. इसमें मध्य प्रदेश बीजेपी के कई बड़े नेताओं से दूर रखा गया था.


कांग्रेस सरकार को गिराने की ये तीसरी कोशिश


राज्य में कांग्रेस सरकार गिराने की ये तीसरी कोशिश थी. पहली कोशिश जून-जुलाई 2019 में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से पांच-सात कांग्रेस विधायकों को तोड़ने की हुई थी कोशिश. कांग्रेस ने पिछले साल बीजेपी की रणनीति को नाकाम कर दिया था. जुलाई 2019 में बीजेपी को दो विधायकों नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने एक विधेयक के समर्थन में कांग्रेस के पक्ष में वोट किया था. नवंबर 2019 में भी सरकार को गिराने की कोशिश की गई थी. लेकिन मालवा-निमाड़ क्षेत्र के वरिष्ठ बीजेपी नेता ने आखिरी वक्त में हाथ खींच लिए.


कांग्रेस को मिली अलर्ट रहने की सीख


'ऑपरेशन होली' में राज्य में शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा के नेतृत्व में सरकार बनाने की प्लानिंग थी. निर्दलीय और दूसरे विधायकों को बीजेपी को समर्थन देना था. कांग्रेस विधायकों को इस्तीफा दिलाकर उपचुनाव में उन्हें बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ाने की योजना थी. लेकिन ये योजना असफल हो गई. इन वाकयों ने कोंग्रेस सरकार को हमेशा अलर्ट रहने की सीख दे दी है.