अमित शाह ने उड़ाया महागठबंधन का मजाक, कहा- 18 साल की लड़की से शादी के लिए खड़े हुए एक-एक साल के 14 लड़के
अमित शाह ने हाल ही में हुए कर्नाटक विधानसभा का उदाहरण देते हुए कहा कि सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी बीजेपी सरकार नहीं बना सकी. लेकिन वहां स्टेज पर 14 नेता एक दूसरे का हाथ पकड़ कर खड़े थे जो 18 साल की लड़की से शादी करने चले हैं.
वाराणसी: मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों का आगाज करने वाराणसी पहुंचे. यहां उन्होंने कर्नाटक में सरकार के गठन के समय स्टेज पर खड़े महागठबंधन के नेताओं को एक-एक साल का लड़का कहकर मजाक उड़ाया. अमित शाह ने बीजेपी सोशल मीडिया वालंटियर्स को पूरे देश मे आग की तरह फैल जाने को कहा.
सोशल मीडिया टीम को दी सलाह अमित शाह ने हाल ही में हुए कर्नाटक विधानसभा का उदाहरण देते हुए कहा कि सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी बीजेपी सरकार नहीं बना सकी. लेकिन वहां स्टेज पर 14 नेता एक दूसरे का हाथ पकड़ कर खड़े थे. उन्हें देखकर बीजेपी के वालंटियर्स पूछने लगे कि क्या होगा. ये सभी अपने-अपने राज्य एक नेता हैं जिनका दूसरे राज्यों में कोई प्रभाव नहीं है. उन्होंने वालंटियर्स से पूछा कि शादी के लिए लड़के की आयु क्या होनी चाहिए? जवाब मिला 21. इस पर अमित शाह ने कहा कि एक-एक साल के 14 लड़के खड़े कर दिए हैं जो 18 साल की लड़की से शादी करने चले हैं. बीजेपी सोशल मीडिया टीम को इसका कार्टून बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने यह उदहारण देते हुए सोशल मीडिया टीम से अग्रेसिव होने के लिए कहा.
मीडिया के लोगों को भी मीटिंग हाल से पहचान कर बाहर कर दिया गया उन्होंने यहां बीजेपी के सोशल मीडिया वालंटियर्स से 'मन की बात' की बात की. इस सोशल मीडिया मीट में बीजेपी के कई आम कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में शामिल थे. उन्होंने इस मन की बात के लिए सभी सोशल मीडिया वालंटियर्स के मोबाइल बंद करा दिए. यहां तक कि मीडिया के लोगों को भी मीटिंग हाल से पहचान कर बाहर कर दिया गया.
बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के तीन कारण बताए अमित शाह ने बीजेपी मेम्बर्स को साल 2104 में मिली बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के तीन कारण बताए. उन्होंने कहा कि पहला कारण इस देश के किसान ने बीजेपी को खुलकर वोट दिया. उन्होंने बताया कि यह पहली बार हुआ कि यूपी में दलित और पिछड़ों ने बीजेपी को वोट दिया, अमित शाह ने इसे जीत का दूसरा बड़ा कारण बताया. उन्होंने तीसरा सबसे कारण सोशल मीडिया कैंपेन को बताया जो 2104 के चुनावों के एक साल पहले से शुरू हो गया था.
उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं को उसी जीत की याद दिलाते हुए कहा कि मानकर चलिए कि 15 अगस्त को लालकिले से प्रधानमंत्री के भाषण के बाद देश चुनावी मोड में आ जाएगा. इसलिए अभी से कार्यकर्ताओं और सोशल मीडिया वालंटियर्स को कमर कस लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया वालंटियर्स की जिम्मेदारी है कि आगामी लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी के पक्ष में ऐसी आंधी और सुनामी का निर्माण करें जो विरोधी दलों को जड़ से उखाड़ फेंके.
शाह ने कहा- परिश्रम करना होगा सिर्फ भावनाओं से काम नहीं चलेगा अमित शाह ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को आग की ताकत जैसे फ़ैल जाने को कहा. उन्होंने वालंटियर्स से पूछा कि हवा और आग में ताकतवर कौन होता है. फिर खुद ही जवाब दिया कि आग ताकतवर होती है, जो कभी-कभी हवा से नहीं बुझती. उन्होंने वालंटियर्स से कहा कि उन्हें आग की तरह कश्मीर से कन्याकुमारी तक और अटक से कटक तक फ़ैल जाने को कहा. उन्होंने कहा कि परिश्रम करना होगा सिर्फ भावनाओं से काम नहीं चलेगा. भावनाओं से कवितायें लिखी जाती हैं, विजय गाथाएं नहीं. देश में बीजेपी के कार्यकर्ताओं की भूमिका सिर्फ स्वपन देखने की नहीं विजय गाथा लिकने की है. बीजेपी के कार्यकर्ताओं को बहुत परिश्रम करना होगा. उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं को योजना बना कर परिश्रम करना होगा.
शाह बोले- इंटरनल कम्युनिकेशन बहुत जरूरी है उन्होंने जिला स्तर पर सोशल मीडिया वालंटियर्स को डाटा, रिसर्च और एनालिसिस से लैस करना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश में 19 राज्यों में बीजेपी की सरकार है. सभी वालंटियर्स को अपने इलाके के डाटा कम्पाईल करना चाहिए. उसकी तुलनात्मक अध्ययन कर जनता को बताना चाहिए. इसके लिए इंटरनल कम्युनिकेशन बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि तीन और तीन छह नहीं बल्कि नौ होना चाहिए. तभी इसका क्युमिलेटिव इफ़ेक्ट होगा. विरोधी और मीडिया कुछ भी बताएं वालंटियर्स के पास आंकड़े होंगे तब जनता के सामने सच्चाई रखी जा सकती है.
चुनावों के लिए सोशल मीडिया टीम को आक्रामक होने की सलाह सोशल मीडिया को का काम बांटने को कहा, एक जो डाटा स्टोरेज, रिसर्च और एनालिसिस का कम करेगी जो जिला राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर उसे साझा करेगी. उन्होंने कहा कि एक टीम क्रिएटिव बनाएगी. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर आंकड़े देंगे तो कम प्रभाव पड़ेगा, फोटो बनाएंगे तो थोड़ा अधिक प्रभाव पड़ेगा. लेकिन अगर उसी का कार्टून बनाकर शेयर करेंगे तो ज्यादा वायरल होगा. उन्होंने 2019 लोकसभा चुनावों के लिए सोशल मीडिया टीम से और आक्रामक होने को कहा.