नई दिल्ली: यूपी की योगी सरकार के रवैये से नाराज होकर इलाहाबाद में कुछ महीनो बाद लगने जा रहे कुंभ मेले के शाही स्नान व पेशवाई के बहिष्कार का एलान करने वाले अखाड़ों के साधू-संतों को मनाने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आगे आए हैं.


अमित शाह ने 29 मार्च को सभी तेरह अखाड़ों के दो-दो प्रतिनिधियों व परिषद के पदाधिकारियों को बातचीत के लिए दिल्ली बुलाया है. अपने घर पर होने वाले कार्यक्रम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह न सिर्फ अखाड़ों के साधू संतों की समस्याओं को सुनकर उन्हें दूर कराने की कोशिश करेंगे बल्कि भोज पर सभी का सम्मान भी करेंगे.


अखाड़ा परिषद का दावा है कि अमित शाह ने अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि व महामंत्री स्वामी हरि गिरि को फोन कर उन्हें यह यह भरोसा दिलाया है कि अपने घर होने वाली बैठक के बाद वह केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार से हर संभव मदद मुहैया कराएंगे और उनकी नाराज़गी को दूर करेंगे.


अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों को अमित शाह ने जल्द ही केंद्र व यूपी के मंत्रियों के साथ इलाहाबाद आकर हालात का खुद भी जायज़ा लेने की भी बात कही है. अमित शाह के घर पर होने वाली बैठक में हिस्सा लेने के लिए अखाड़ों को अट्ठाइस मार्च की शाम तक दिल्ली पहुंच जाने के लिए कहा गया है. दूसरी तरफ सीएम योगी द्वारा फोन पर दिए गए भरोसे और बातचीत के लिए न्यौता भेजने के बावजूद अखाड़ों की उनसे नाराज़गी दूर नहीं हुई है और वह कुंभ के शाही स्नान व पेशवाई निकालने के बहिष्कार के फैसले पर अब भी कायम हैं.


यूपी की योगी सरकार के रवैये से नाराज होकर अखाड़ों ने सोलह मार्च को इलाहाबाद में बैठक कर संगम पर कुछ महीनों बाद लगने जा रहे कुंभ मेले के बहिष्कार का एलान किया था. अखाड़ों की तरफ से कहा गया था कि वह कुंभ मेले में न तो शाही स्नान करेंगे और न ही पेशवाई निकालेंगे. इतना ही नहीं कोई सरकारी सुविधा भी नहीं ली जाएगी. अखाड़ों की इस धमकी भरे एलान के बाद हड़कंप मच गया था.


अफसरों ने कई नाराज संतों को मनाने की कई बार कोशिश की, लेकिन कोई रास्ता नहीं निकला. खुद सीएम योगी ने अध्यक्ष व महामंत्री को फोन कर बहिष्कार का एलान वापस लेने की अपील करते हुए लखनऊ आकर बातचीत करने की गुजारिश की, लेकिन बात नहीं बनी. मामला बिगड़ता देख अब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने खुद पहल की है और वह अखाड़ों के नाराज साधू संतों को मनाने के लिए खुद आगे आए हैं.


उन्होंने सभी अखाड़े के दो-दो प्रतिनिधियों व अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों को बातचीत करने के लिए उनतीस मार्च को दिल्ली बुलाया है. दिल्ली में अपने घर पर उन्होंने इन संतों के सम्मान में भोज का भी कार्यक्रम रखा है. अखाड़ों के पदाधिकारी अपने आश्रमों के पक्के निर्माण का बजट रिलीज नहीं किए जाने और कुंभ के लिए होने वाले कामों की निगरानी के लिए संतों की कमेटी नहीं बनाए जाने से नाराज थे. संत सीएम योगी आदित्यनाथ से कई बार मुलाकात करने के बावजूद मांगे पूरी न होने से नाराज थे.