वाराणसी: यूपी में सत्तारूढ़ बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारत समाज पार्टी के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर और बलिया से बीजेपी विधयाक सुरेन्द्र सिंह की जुबानी जंग के बाद अब विवाद में खुद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने एंट्री ले ली है. उन्होंने अपनी सहयोगी पार्टी के विधायक कैलाश नाथ सोनकर को सार्वजनिक तौर पर चोर कह दिया. उन्होंने जब यह बयान दिया तो वहां यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा भी मौजूद थे. कैलाश नाथ सोनकर अजगरा से सुभासपा के विधायक हैं. अजगरा विधानसभा पांडेय के संसदीय क्षेत्र चंदौली का ही हिस्सा है.


लोगों ने लगाया जोर का ठहाका
मौक़ा था पलही पट्टी में गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज में साइंस और कॉमर्स फैकल्टी की बिल्डिंग के शिलान्यास का, जिसके लिए लखनऊ से डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा वाराणसी आए थे. सामने लगे शिलापट्ट पर स्थानीय विधायक कैलाश नाथ सोनकर का नाम न देखकर लोगों ने इसका कारण पूछा. इस पर डॉ महेन्‍द्र नाथ पांडेय ने इशारा करते हुए सोनकर को डिप्‍टी सीएम के सामने ही 'चोर' कह दिया. पांडेय के अनुसार शिलापट्ट पर स्‍थानीय विधायक का नाम इसलिए नहीं लिखा गया क्‍योंकि "वो चोर निकल गया." इतना सुनते ही वहां खड़े लोगों ने जोर का ठहाका लगाया. इस कमेंट पर डिप्‍टी सीएम भी मंद-मंद मुस्कुराते नजर आए. इस मौके पर सैयदराजा विधायक सुशील सिंह भी मौजूद थे.



विधायक कैलाश नाथ सोनकर पर लग रहे बड़े फर्जीवाड़े के आरोप


इस विवाद के पीछे अजगरा विधायक कैलाश नाथ सोनकर पर लग रहे बड़े फर्जीवाड़े के आरोप हैं. वाराणसी के बुनकरों ने अजगरा विधायक और उनके बहनोई पर पर करोड़ों के फर्जीवाड़े का आरोप लगाया गया है. इसको लेकर बुनकर विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर के पिता के खिलाफ वाराणसी जिला मुख्‍यालय पर प्रदर्शन भी कर चुके हैं. बुनकरों का आरोप है कि गरीब मजदूरों से लोन के नाम पर फर्जी चेक पर साइन करवा लाखों रुपए ऐंठ लिए गए. जब बैंक ने उन्हें नोटिस भेजी तो वे विधायक के पास गए. आरोप है कि विधयाक ने उन्हें झूठे आरोपों में फंसा देने की धमकी देते हुए भगा दिया था. अपराजिता सोनकर कैलाश नाथ सोनकर की भांजी हैं और यूपी में हुए निकाय चुनावों से पहले ही उन्होंने सपा छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी.


बीजेपी अध्‍यक्ष के बयान की कड़ी निंदा
इस मामले में सुभासपा नेता और कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के प्रतिनिधि शशि प्रताप सिंह ने बीजेपी अध्‍यक्ष के बयान की कड़ी निंदा की है. वहीँ इस मामले में ओमप्रकाश राजभर पहले ही कह चुके हैं कि 15 महीने की सरकार में उन्होंने एक करोड़ रुपया नहीं देखा, कोई कैसे 600 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगा सकता है? उन्होंने अपने विधायक का बचाव करते हुए कहा कि किसी के आरोप लगा देने मात्र से कोई दोषी नहीं हो जाता. इस मामले में कैलाश सोनकर ने प्रेस कांफ्रेंस कर अपनी प्रतिक्रिया देने की बात कही है. इस ताजा विवाद के बाद कयास लगने शुरू हो गए हैं कि आने वाले दिनों में यूपी में भी बीजेपी और सुभासपा के बीच की दूरियां बढ़ सकती हैं.