लखनऊ: बीजेपी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने विपक्षी दलों की भूमिका पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जो लोग विपक्ष में रहते हुए भी एसी कमरों से बाहर नहीं निकले, उन्हें मोदी-योगी की सरकारों पर सवाल उठाने का नैतिक हक नहीं है. पाण्डेय ने कहा कि सत्ता में होने के बावजूद बीजेपी का संगठन और सरकार दोनों ही जनता के बीच जाकर जनआकांक्षाओं के अनुरूप काम कर रही है.


उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्वयं अपने सवा साल के कार्यकाल के भीतर ही प्रदेश के सभी जिलों का दौरा कर जमीनी हकीकत समझ-परख कर जनहित में फैसले किए हैं.


पाण्डेय ने कहा कि मोदी-योगी की सरकार उत्तर प्रदेश के विकास के लिए संकल्पबद्ध होकर काम कर रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्राथमिकता में भी उत्तर प्रदेश है. यही कारण है कि जहां उज्ज्वला सहित कई अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं की शुरूआत उत्तर प्रदेश में की गई, वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना, सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों की संख्या की सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश की ही है.


उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती एसपी-बीएसपी की सरकारों में जहां उत्तर प्रदेश भ्रष्टाचारियों और अपराधियों का हब बन गया था वहीं मोदी-योगी सरकार में उत्तर प्रदेश में तमाम जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू हुईं. अपराधमुक्त उत्तर प्रदेश का परिणाम रहा है कि निवेशकों का भरोसा बढ़ा. जिसका नतीजा है कि प्रधानमंत्री 60 हजार करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला 29 जुलाई को राजधानी लखनऊ में रखेंगे.


प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि विपक्षी दल लगातार जनता को गुमराह करने के लिए मॉब लिंचिंग जैसे शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं. विपक्ष मुद्दा विहीन है और उसके पास मोदी सरकार के खिलाफ कोई भी मुद्दा नहीं है इसीलिए समय-समय पर कभी असहिष्णुता तो कभी मॉब लिंचिग जैसे शब्दों को मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने की वे असफल कोशिशें कर रहे हैं.