कानपुर: 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में गुटबाजी एक बार फिर से सामने आई है. शुक्रवार को कमल संदेश यात्रा के दौरान बीजेपी के दो गुट आपस में भिड गए. प्रदेश महामंत्री सलिल बिश्नोई के सामने ही जमकर लात घूंसे चलने लगने. झगडा इस कदर बढ़ा कि कई नेताओं के कुर्ते तक फट गए. जब दोनों पक्ष थाने पहुंचे तो पुलिस के सामने भी मारपीट शुरू कर दी. किसी तरह से पुलिसकर्मियों ने समझा बुझाकर दोनों पक्षों को शांत कराया. इस मारपीट में घायल हुए कार्यकर्ताओं को पुलिस ने मेडिकल के लिए भेजा है.


एक दिसंबर से शुरू हुई कमल संदेश यात्रा अपनी अंतिम पड़ाव पर है. संगठन की नीतियों और योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य कमल संदेश यात्रा द्वारा किया जा रहा था. लेकिन यही कमल संदेश यात्रा बीच सड़क और फिर थाने में युद्ध के मैदान में तब्दील हो गई.


दरअसल संगठन के प्रदेश महामंत्री सलिल बिश्नोई अपने समर्थकों के साथ वार्ड 89 में पद यात्रा कर रहे थे. आरोप है कि पद यात्रा के बाद जब कार्यकर्ता नाश्ता कर रहे थे तभी दूसरे गुट के लोग सलिल बिश्नोई के समर्थकों से गाली गलौच करने लगे.


वार्ड 89 की पार्षद ऋचा सक्सेना ने बताया कि पहले बहस हुई और फिर मामला गर्म हो गया. सलिल ने मामला शांत कराया और वहां से चले गए लेकिन थोड़ी देर बाद ही फिर से मारपीट शुरु हो गई. इस मारपीट में एक कार्यकर्ता भी घायल हो गया.


उस कार्यकर्ता ने इस घटना की जानकारी बाकियों को दी तो वो उसे लेकर कलेक्टरगंज थाने पहुंच गए. इसके बाद दूसरे पक्ष के लोग भी थाने पहुंच गए और मारपीट शुरु हो गई. फिलहाल पुलिस ने तहरीर लेकर इस घटना की जांच कराए जाने के बाद कार्रवाई की बात कही है. कलेक्टरगंज इन्स्पेक्टर का कहना है कि दोनों ही पक्ष एक ही पार्टी से ताल्लुक रखते हैं. इनके बीच में कोई पुराना मामला था जिसकी जांच की जा रही है.