मुंबईः कोरोना ने बुटीक डिजाइनर्स के काम करने का तरीका भी बदल दिया है. बुटीक वालों ने सुरक्षा का ख्याल रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ड्रेस के माप लेने के तरीकों मे बदलाव किया गया है. अनलॉक फेज-1 में कपड़ों की दुकान और बुटीक महाराष्ट्र में खुलने के बाद से बुटीक मालिकों का काम करने का अंदाज भी बदल गया है. अपना और ग्राहकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बुटीक मालिकों ने न्यू नॉर्मल को अपना लिया है. कुछ हाथ मे ग्लव्स पहनकर माप ले रहे हैं तो कुछ अपने ग्राहकों के पुराने कपड़े बुटीक से मंगवा कर नई ड्रेस सिल रहे हैं.


ऐसे ही एक मुंबई के विले पारले इलाके में मौजूद निकाई फैशन बुटीक के बदले रंग रूप का जायजा लेने एबीपी न्यूज़ की टीम वहां पहुंची. बुटीक की मालकिन मृण्मयी अवचत ने बताया कि कोरोना काल में उनके लिए न सिर्फ चीजें बदली हैं बल्कि उनके काम करने का तरीका भी बदल दिया है.


मृण्मयी बताती हैं कि कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए उन्हें बुटीक में काफी बदलाव करना पड़ा है. पहले दिन में कई ग्राहक कपड़े सिलवाने आते थे लेकिन अब वे कस्टमर को अप्वाइंटमेंट लेकर आने को कहती हैं. एक दिन में केवल एक ही ग्राहक को दुकान में आने की इजाजत है. ग्राहकों के कपड़े का माप लेने के बजाए अब उन्हें पहली वाली फिटिंग के कपड़े लाने को कहा जाता है या उनकी कोई पुराना माप होता है तो उसी के अंदाजे से कपड़े सिलते हैं.


मृण्मयी के बुटीक में 9 कारीगर काम करते थे लेकिन अब केवल 3 कारीगरों को ही दुकान में रखा है. बाकी घर से कम करते हैं. कुछ कारीगरों की उम्र ज़्यादा होने की वजह से मृण्मयी उनसे वीडियो कॉल पर ही बात करती हैं.


इसके साथ ही वे बताती हैं कि नवंबर और दिसंबर शादी का सीजन है उसके लिए ब्राइडल वियर के ऑर्डर मिले हैं लेकिन जिस तरह के ऑर्डर कोरोना से पहले आते थे अब वो बात नहीं है. कोरोना के चलते ब्राइडल ड्रेस के ऑर्डर न के बराबर आए हैं. कोरोना की वजह से कई शादियां कैंसल भी हो गईंं. साल 2020 में काफी नुकसान हुआ है. वहीं अब बुटिक में अप्वाइंटमेंट लेकर आने वाले ग्राहक इसे नॉर्मल मानते हैं जिसकी उन्हें आदत हो गई है और इस न्यू नार्मल के साथ जीना सीख लिया है.


यह भी पढ़ें:


मुंबई में इस बार नहीं सुनाई देंगी ‘गोविंदा आला रे’ की गूंज