बिहार: जेल में बंद मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड का मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर जेल से भी सब कुछ मैनेज करने की कोशिश कर रहा है. शनिवार को जेल में तलाशी के दौरान जेल अस्पताल में भर्ती ब्रजेश ठाकुर के पास से तीन पर्चियां बरामद हुई हैं. जिनमें से 2 पर्चियों पर कुछ मोबाइल नंबर लिखे हुए हैं जबकि एक पर्ची पर पैसों के लेनदेन का हिसाब लिखा हुआ है.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, ब्रजेश ठाकुर के पास से बरामद की गई इन पर्चियों पर मुजफ्फरपुर से लेकर पटना और दिल्ली तक के करीब 65 फोन नंबर लिखे हुए हैं. वहीं ब्रजेश ठाकुर के हिंदी अखबार 'प्रातः कमल' से जुड़े करीब 90 लाख रुपए के लेनदेन का भी हिसाब शामिल है. ब्रजेश ठाकुर के पास से बरामद ये तीन पर्चियां बालिका गृह कांड की जांच कर रही सीबीआई के लिए काफी अहम कड़ी साबित होने जा रही है.
कागज़ों पर लिखा 65 मोबाइल नंबर और 90 लाख के लेनदेन का हिसाब
दरअसल स्वतंत्रता दिवस की सुरक्षा के मद्देनजर शनिवार को बिहार के सभी जेलों में प्रशासन ने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारागार में 12 मोबाइल फोन के साथ ही कई आपत्तिजनक चीज़ें बरामद की गई लेकिन सबसे हैरान करने वाली चीज़ ब्रजेश ठाकुर के पास से मिली. कई बीमारियों से ग्रसित ब्रजेश ठाकुर जेल अस्पताल में भर्ती है लेकिन जब जांच टीम ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास से कागज़ों पर लिखे 65 मोबाइल नंबर और 90 लाख की लेनदेन का हिसाब मिला. हालांकि उस समय उसके पास कोई मोबाइल बरामद नहीं हुआ. लेकिन जिस तरीके से उसके पास फोन नंबर लिखे हुए मिले उससे इस बात से बिलकुल इंकार नहीं किया जा सकता कि वो जेल के भीतर से ही लगातार इस मामले में 'मैनेज' करने की कोशिश कर रहा हो.
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ब्रजेश ठाकुर के पास से जो तीन पेपर कल बरामद हुए थे उनमें से एक पर बैंकिंग डिटेल्स लिखे हुए थे. वहीं पेपर पर प्रातः कमल अखबार से जुड़े करीब 90 लाख रुपए की लेनदेन का जिक्र है. पेपर में शॉर्ट फॉर्म का इस्तेमाल किया गया है, जैसे कि प्रातः कमल के लिए 'PK' शब्द का इस्तेमाल किया गया है. जिन दो पेपर पर नंबर लिखे हुए हैं उनमें कुछ के आगे नाम तो लिखा हुआ है जबकि कुछ बेनाम हैं. सूत्रों का दावा है कि पेपर में एक जगह 'सर पटना' लिखा हुआ है.
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सीबीआई जांच में ये पर्चियां भी शामिल होंगी कि आखिर ब्रजेश ठाकुर जेल के भीतर से किन-किन लोगों के सम्पर्क में था और ये 'सर पटना' कौन है. सूत्रों से मिली जानकारी कहती है कि गिरफ्तार होने के बाद से ही ब्रजेश ठाकुर कई बड़े लोगों से सम्पर्क में था और सब कुछ मैनेज करवाने की फिराक में था. फिलहाल ये सभी लोग सीबीआई जांच के दायरे में आने वाले हैं.