लखनऊ:डॉक्टर कफील खान ने बीजेपी एमपी कमलेश पासवान पर अपने भाई की ह्त्या की कोशिश का आरोप लगाया है. उन्होंने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. उनके भाई कासिफ को दस जून को कुछ लोगों ने गोली मार दी थी. गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत के मामले में कफील कुछ ही दिनों पहले जेल से छूटे हैं.
कासिफ जमील खान पर हुए जानलेवा हमले में अब नया मोड़ आ गया है. उनके भाई कफील खान ने बीजेपी सांसद कमलेश पासवान पर ऐसा करवाने का आरोप लगाया है. बांसगांव लोकसभा सीट से पासवान दूसरी बार एमपी बने हैं. डॉक्टर कफील की मानें तो बीजेपी एमपी ने भाड़े के शूटरों से गोली चलवाई थी.
कफील खान ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. वे कहते हैं उन्हें यूपी पुलिस पर भरोसा नहीं है. दस जून को कफील के भाई कासिफ को बाईक सवार लोगों ने तीन गोलियां मारी थी. अब तक इस केस में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस का दावा है कि कफील के भाई प्रॉपर्टी डीलर है. कई लोगों से उनका ज़मीन को लेकर झगड़ा चल रहा है शुरुआत में उन्होंने बिना नाम लिए सीएम योगी आदित्यनाथ पर ही आरोप लगा दिए थे.
काफिल खान ने कहा कि, बलदेव प्लाजा के ओनर बीजेपी सांसद कमलेश पासवान और भू-माफिया सतीश नंगलिया ने इस हमले को अंजाम देने के लिए शूटर्स को हायर किया था.पासवान की मेरे भाई के साथ कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है. मेरे अंकल के पास जमीन का एक टुकड़ा था जिसपर कमलेश और सतीश ने कब्जा कर लिया था. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी और पर उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट से इसपर स्टे ऑर्डर ले लिया था.
बीआरडी ऑक्सीजन कांड से चर्चित हुए डॉक्टर कफील के भाई कासिफ जमील को 10-11 जून की रात स्कूटी सवार दो अज्ञात हमलावरों ने कोतवाली क्षेत्र के जेपी हास्पिटल के पास गली में गोली मार दी थी. कासिफ को तीन गोली मारी गई थी. एक गोली उसके बांह और सीने को छूकर निकल गई थी. वहीं तीसरी गोली उसके गर्दन में फंस गई थी. जिसे बाद में ऑपरेशन के जरिए निकाला गया. उसके बाद कासिफ की तबियत खराब होने के बाद उसे लखनऊ रेफर कर दिया. जहां उसकी हालत में सुधार है.
बता दें कि खान की मां नुजहत परवीन ने भी पुलिस सुरक्षा की मांग कर चुकी हैं. उन्होंने कहा था ‘‘मेरा पूरा परिवार खतरे में है. मैं प्रशासन और राज्य सरकार से अपील करती हूं कि हमें पुलिस सुरक्षा मुहैया करायी जाए.‘‘
तेज हो गई है शूटरों की तलाश
बता दें कि कासिफ जमील को जान से मारने की नीयत से फायर करने वाले शूटरों की तलाश तेज हो गई है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही शूटरों को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश कर सकती है. डा. कफील का भाई कासिफ प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है.
सटीक मुखबिरी के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया
बताया जा रहा है कि कासिफ की सटीक मुखबिरी के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया है. वे गोरखनाथ क्षेत्र के एक शोरूम से जूता खरीदने के लिए कब निकले. वहां से वे कब चले और किस रास्ते से जा रहा है, शूटरों को इसकी सटीक जानकारी थी. वहीं पुलिस मोबाइल टॉवर के आधार पर भी शूटरों और उसके सहयोगियों के मोबाइल को भी ट्रेस करने की कोशिश कर रही है. घटना को अंजाम देने में जिस स्कूटी का इस्तेमाल किया गया पुलिस उसकी भी तलाश में जुटी है.
गोरखनाथ पुल के करीब जेपी हास्पिटल के पास मारी गई थी गोली
कासिफ जमील रविवार की रात में गोरखनाथ से बसंतपुर मुहल्ले में स्थित अपने घर बाइक से अकेले जा रहे थे. कोतवाली क्षेत्र के गोरखनाथ पुल के करीब जेपी हास्पिटल के पास वाली गली में वे पहुंचे थे, कि भूरे रंग की स्कूटी सवार अज्ञात हमलावरों ने उनको ओवरटेक किया. अभी वह कुछ समझ पाते कि उन पर ताबड़तोड़ तीन फायर झोंक दिए. एक हमलावर हेलमेट और दूसरा गमछा बांधे हुए था. जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो उसमें बहुत साफ तस्वीर सामने नहीं आई.