लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने यूपी की समाजवादी पार्टी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के मंत्रियों पर निशाना साधा है. मायावती ने प्रदेश की एसपी सरकार पर लोकतांत्रिक मर्यादाओं को ताक पर रखकर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि एसपी सरकार के मुखिया को अब यह पूरी तरह से अहसास हो चुका है कि इनकी पार्टी फिर से सत्ता में वापस आने वाली नहीं है.




लोगों की आंखों में धूल झोंकने के सिवाय कुछ भी नहीं


मायावती ने केंद्र सरकार के मंत्रियों पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यूपी में विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास लोगों की आंखों में धूल झोंकने के सिवाय कुछ भी नहीं है.


बीएसपी अध्यक्ष ने कहा, "एसपी सरकार के मुखिया असंख्य लोगों को पुरस्कार बांट कर लोगों की आंखों में धूल झोंकने वाला काम कर रहे हैं, बावजूद इसके यहां की जनता अपना वोट सही पार्टी को देगी."


आम जनता के हित से खिलवाड़


मायावती ने कहा, "प्रदेश की एसपी सरकार द्वारा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बिना पूरी तैयारी के ही जल्दबाजी व आपाधापी में आए दिन किए जा रहे आधे-अधूरे व अधकच्चे कार्यो का उद्घाटन, लोकार्पण, घोषणा व शिलान्यास आदि करना आम जनता के हित से खिलवाड़ और उनके साथ विश्वासघात करने जैसा है."


उन्होंने कहा कि इसके अलावा, एसपी के ही गलत नक्श-ए-कदम पर चलते हुए बीजेपी के केंद्रीय मंत्रीगण को भी ठीक विधानसभा चुनाव से पहले यहां विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास आदि करने की याद आई है जो कि वास्तव में लोगांे की आंखों में धूल झोंकने के सिवाय कुछ भी नहीं है.



सत्ता पक्ष ने नहीं चलने दी संसद: मायावती


बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद की कार्यवाही नहीं चलने के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराने के आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि कालेधन और नोटबंदी पर चर्चा से विपक्ष नहीं बल्कि सत्ता पक्ष लोग ही भागते रहे.


मायावती ने सोमवार को जारी बयान में कहा, कालेधन और नोटबंदी आदि के म्रुददे पर संसद में चर्चा से विपक्ष नहीं बल्कि सत्ता पक्ष के लोग भागते रहे क्योंकि बिना तैयारी के लिए गये अपने नोटबंदी के फैसले का जवाब देने की हिम्मत वे नहीं जुटा पा रहे थे. उन्होंने कहा, बीजेपी और इसकी सरकार ही सदन की कार्यवाही नहीं चलने देने के लिए जिम्मेदार है...क्योंकि प्रधानमंत्री या तो बाहर रहे या चर्चा में भाग नहीं लिया...बल्कि संसद के बाहर रैलियों आदि में गुमराह करने वाली बयानबाजी करके संसद की गरिमा को क्षति पहुचायी.


90 प्रतिशत जनता के लिए राहत की कोई बात नहीं


बीएसपी प्रमुख ने कहा ‘‘मोदी देश की जनता से बलिदान देने की अपील दोहराते रहे जबकि बैंक के बाहर लोगों की लगातार मौते हो रही है यह अत्यन्त ही दुखद व सरकार की विफलता का प्रतीक है. मायावती ने प्रधानमंत्री मोदी की कानपुर में हुई रैली का जिक्र करते हुए कहा कि भाडे पर जुटाई गयी भीड के सामने आज भी उन्होंने घिसी पिटी बाते की और बैंको पर लाइन लगाये खड़ी 90 प्रतिशत जनता के लिए राहत की कोई बात नहीं कही है.


उन्होंने यह भी मांग की कि जिस तरह तमिलनाडु सरकार ने वहां की मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद के घटनाक्रम में मरने वाले लगभग 600 लोगों को 3-3 लाख रूपये के मुआवजे की घोषणा की है उसी तरह केन्द्र सरकार को बैंकों की कतार में मरने वालों के परिजनों के लिए मुआवजे की व्यवस्था करनी चाहिए.


BSP सुप्रीमो का मोदी सरकार पर तंज


बीएसपी प्रमुख ने मोदी सरकार पर तंज करते हुए कहा कि ढाई साल तक उसे उत्तर प्रदेश में फैला गुण्डाराज दिखाई नहीं पडा अब जब विधानसभा के चुनाव आ गये तब गुण्डाराज हटाने की बात कर रहे हैं.