लखनऊ: मायावती के जन्म दिन पर लखनऊ में उनके घर को फूलों से सजाया गया था. जैसे ही अखिलेश यादव उनके घर पहुँचे बीएसपी सुप्रीमो इनकी अगवानी करने सीढ़ियों पर खड़ी थीं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने उन्हें हैप्पी बर्थ डे कहा लेकिन सबकी नज़रें मायावती के दाहिने ओर खड़े एक नौजवान पर टिकी थीं. नीले रंग के सूट में चश्मा लगाए इस युवा पर कैमरे के फ़्लैश चमकने लगे. वे मंद मंद मुस्कुराते रहे. मायावती के छोटे भाई आनंद के बेटे आकाश इन दिनों बुआ के साथ ही साये की तरह रहते हैं.
बीएसपी के नेता एक दूसरे को फ़ोन कर आकाश के बारे में जानना चाहते हैं, उनसे बात करना चाहते हैं. पार्टी के बड़े बड़े नेता आकाश का मोबाइल नंबर पता करने में जुटे हैं. बीएसपी में मायावती से मिलना बड़ा कठिन काम है इसीलिए आकाश अब नई उम्मीद बन गए हैं.
12 जनवरी को लखनऊ में मायावती और अखिलेश यादव ने एसपी और बीएसपी के गठबंधन का एलान किया. होटल ताज में दोनों नेताओं का साझा प्रेस कनफ़्रेंस हुआ. यहाँ भी मायावती के साथ उनके भतीजे आकाश पहुँचे. कई पत्रकारों और नेताओं ने उन्हें पहली बार देखा लेकिन बीएसपी के बड़े नेताओं के लिए आकाश नये नहीं हैं.
सबसे पहली बार लोगों ने उन्हें मायावती के साथ सहारनपुर में देखा था. ये बात मई 2017 की है. आकाश और मायावती साथ साथ कार से दिल्ली से सहारनपुर पहुँचे थे. इसके बाद मेरठ में पार्टी की रैली में भी आकाश मंच पर नजर आए थे. इसके बाद को लखनऊ और दिल्ली में बीएसपी की कुछ बैठकों में भी वे शामिल हुए. मीटिंग में मायावती ने आकाश का परिचय अपने भतीजे के तौर पर कराया था.
मंहगे कपड़ों के शौक़ीन आकाश के बारे में कहा जाता है कि राजनीति में उनकी गहरी दिलचस्पी है. लंदन से उन्होंने मैनेजमेंट की पढ़ाई की है. बीएसपी की बैठकों में वे बिना कुछ बोले मायावती को देखते और सुनते हैं. उनकी वजह से ही मायावती के कार्यक्रमों की अब फ़ोटोग्राफ़ी और वीडियोग्राफ़ी भी होने लगी है. बिना नाम और पहचान के उनकी टीम सोशल मीडिया में भी एक्टिव है.
बीएसपी में अध्यक्ष के बाद संवैधानिक तौर पर उपाध्यक्ष ही सबसे बडा नेता होता है. कांशीराम ने ही मायावती को उपाध्यक्ष बनाया था. बाद में वे पार्टी की अध्यक्ष बन गईं. पिछले साल मायावती ने अपने भाई आनंद को उपाध्यक्ष बनाया था. लेकिन उनके ख़राब स्वास्थ्य के कारण उन्हें इस ज़िम्मेदारी से हटा दिया गया.
बाद में एक साथ दो दो नेताओं जयप्रकाश और वीर सिंह को उपाध्यक्ष बनाया गया लेकिन मायावती ने कुछ ही हफ़्तों बाद जय वीरू को बर्खास्त कर दिया. अभी रामजी गौतम पार्टी के उपाध्यक्ष हैं. आकाश को मायावती बीएसपी के भविष्य के रूप में सँवार रही हैं. पिछले साल बुआ ने उनकी शादी के लिए भी कोशिश की थी, लेकिन भतीजे ने मना कर दिया. बताते हैं कि आकाश और अखिलेश यादव के भी बडे अच्छे रिश्ते हैं.