लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार बढ़ती बेरोजगारी, गरीबी, श्रमिकों की दुर्दशा और किसानों की बदहाली के सरकारी आंकड़े वोट की खातिर छिपाये हुए है. मायावती ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला और तंज कसते हुए कहा, "राफेल सौदे की गोपनीय फाइल यदि चोरी हो गई तो (मोदी सरकार को) गम नहीं, किन्तु देश में रोजगार की घटती दर और बढ़ती बेरोजगारी एवं गरीबी, श्रमिकों की दुर्दशा, किसानों की बदहाली आदि के सरकारी आंकड़े पब्लिक (सार्वजनिक) नहीं होने चाहिये."
उन्होंने कहा, "वोट या इमेज (छवि) की खातिर उन्हें छिपाये रखना है. क्या देश को ऐसा ही चौकीदार चाहिए?" बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा के मंत्री और नेतागण पीएम मोदी की देखादेखी "चौकीदार" बन गये हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) जैसे लोग बड़ी दुविधा में हैं कि क्या करें? जनसेवक-योगी रहें या अपने को चौकीदार घोषित करें.
उन्होंने कहा, "भाजपा वाले चाहे जो फैशन करें, बस, संविधान-कानून के रखवाले बनकर काम करें, जनता सिर्फ यही चाहती है."
मायावती ने एक अन्य टवीट में कहा कि भाजपा नेता जो चाहें, करने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन इस प्रक्रिया में उन्हें देश का अपमान नहीं करना चाहिए और संवैधानिक पद को बदनाम नहीं करना चाहिए. भाजपा नेता चुनाव हारने के बाद चौकीदारी कर सकते हैं.
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