लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने यूपी में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक रामवीर उपाध्याय को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस बात की जानकारी दी.
उन्होंने इस विज्ञप्ति में लिखा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान रामवीर उपाध्याय की ओर से पार्टी विरोधी गतिविधियां की गईं. पार्टी ने चेतावनी दी लेकिन फिर भी उपाध्याय ने आगरा, फतेहपुर सीकरी, अलीगढ़ और अन्य सीटों पर बीएसपी के प्रत्याशियों का विरोध किया.
आगे लिखा गया है कि रामवीर उपाध्याय ने विरोधी पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन किया जिसके कारण बीएसपी से उन्हें निलंबित किया जाता है और विधानसभा में मुख्य सचेतक पद से भी हटाया जाता है. साथ ही अब उन्हें पार्टी की किसी भी मीटिंग में नहीं बुलाया जाएगा.
रामवीर उपाध्याय को बीएसपी के शीर्ष नेताओं में गिना जाता रहा है. उपाध्याय ब्रजमंडल क्षेत्र के रहने वाले हैं और हाथरस, अलीगढ़, आगरा, फतेहपुर सीकरी इलाके में उनका प्रभाव ब्राह्मण वोटरों पर माना जाता है.
बताया जाता है कि रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय को फतेहपुर सीकरी से टिकट मिला था लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था. इस पर मायावती ने यहां से गुड्डू पंडित को टिकट दिया था. आपको बता दें कि माया ने ही गुड्डू को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था जब उनके ऊपर रेप के आरोप लगे थे.
फतेहपुर सीकरी से कांग्रेस के उम्मीदवार राज बब्बर और बीजेपी के उम्मीदवार राजकुमार चाहर हैं. 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे.
यूपी: पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बीएसपी ने बिजली मंत्री रहे रामवीर उपाध्याय को किया निलंबित
एबीपी न्यूज़
Updated at:
21 May 2019 11:29 AM (IST)
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने यूपी में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक रामवीर उपाध्याय को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
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