लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के कार्यकाल में जातिवाद, सांप्रदायिक द्वेष और कट्टरता में वृद्धि हुई है जिससे आम जनता त्रस्त है और लोग ‘नो मोर मोदी सरकार’ कह रहे हैं. मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी पांच साल का लेखा-जोखा देने के बजाय चीन-पाकिस्तान की बात करके जवाबदेही से बचना चाह रहे हैं.

मायावती ने मंगलवार को ट्वीट किया,"वर्तमान सरकार में देश में जातिवाद, साम्प्रदायिक द्वेष और कट्टरता में बहुत वृद्धि हुई है जिससे आम जनता त्रस्त है. यह अतिदुखःद और निन्दनीय है. ऐसे में देश की नामचीन हस्तियों की, जनता से नफरत फैलाने वाले तत्वों को चुनाव में हराने की अपील बहुत ही सार्थक एवं महत्वपूर्ण है.'

उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा 'बीजेपी की कथनी और करनी में आम जनता की सोच, समझ और मांग से पूरी तरह भिन्नता होने का ही नतीजा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 वर्षों का लेखा-जोखा देने का वादा निभाने के बजाए केवल बंदूक-तोप, गोली-गोला, चीन-पाकिस्तान आदि की बातें करके अपनी जवाबदेही से भागने का प्रयास कर रहे हैं. इसीलिए लोग ‘नो मोर मोदी सरकार’ कह रहे हैं."

आपको बता दें कि मायावती लगातार बीजेपी पर निशाना साध रही हैं. वे अपने भाषणों, बयानों और ट्वीट में पीएम पर सवाल उठा रही हैं.

बुंदेलखंड: अलग राज्य की मांग नहीं बन पाई प्रमुख दलों का चुनावी मुद्दा


मायावती ने अपनी मूर्तियों के निर्माण पर सुप्रीम कोर्ट में दिया स्पष्टीकरण, कही ये बातें


बीएसपी सुप्रीमो मायावती के दबाव में काम कर रहे हैं अखिलेश यादव- निषाद पार्टी


लोकसभा चुनाव 2019: सीएम योगी ने फौज को बताया 'मोदीजी की सेना', चुनाव आयोग ने मांगी रिपोर्ट