लोकसभा चुनावों में जीत को लेकर ये है बीएसपी की गुप्त रणनीति, मायावती ने लिया बड़ा फैसला
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में सभी पार्टिया रणनीति बनाने में जुटी हैं. लेकिन बीएसपी की चुनावी रणनीति सबसे अलग और गुप्त होती है. इस पार्टी में बोलने का अधिकार सिर्फ बीएसपी सुप्रीमो मायावती के पास है. बीएसपी के जिलाध्यक्ष, कोऑर्डिनेटर कुछ भी खुल कर नहीं बोलते हैं.
कानपुर:उत्तर प्रदेश में सामान्य जातियों पर ब्राह्मण, ठाकुर और वैश्य है इन जातियों को बीजेपी का वोटर माना जाता है. यह तबका सदियों से बीजेपी को सपोर्ट करता रहा है, लेकिन इन्हीं जातियों का एक बड़ा धड़ गरीबी रेखा और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहा है. बहुजन समाज पार्टी की नजर बीजेपी के उन वोटरों पर जो गरीबी रेखा में जीने को मजबूर है. बीएसपी ऐसे परिवारों को पार्टी में शामिल करेगी और उनके अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष करेगी. वहीं दलित वोटरों को लुभाने के लिए दलित नेताओं का पूरे प्रदेश में अभिनन्दन करने जा रही है.
बीएसपी की चुनावी रणनीति सबसे अलग और गुप्त होती है लोकसभा चुनाव की तैयारियों में सभी पार्टिया रणनीति बनाने में जुटी हैं. लेकिन बीएसपी की चुनावी रणनीति सबसे अलग और गुप्त होती है. इस पार्टी में बोलने का अधिकार सिर्फ बीएसपी सुप्रीमो मायावती के पास है. बीएसपी के जिलाध्यक्ष, कोऑर्डिनेटर कुछ भी खुल कर नहीं बोलते हैं. लेकिन बीएसपी के खेमे से यह बात सामने आई है कि सर्व समाज का निचला तबका अब बीएसपी का वोटर बनेगा.
बीएसपी का आरोप है कि बीजेपी पूंजीपतियों की पार्टी है
बीएसपी का आरोप है कि बीजेपी पूंजीपतियों की पार्टी है और सर्व समाज के निचले तबके के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया है. निचले तबको को सिर्फ अपना वोट बैंक मान कर उनके अधिकारों से खिलवाड़ किया है. आज भी लाखो परिवार गरीबी रेखा के नीचे जी रहे हैं, मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार भरण पोषण कर रहे हैं. उनका गरीबी रेखा से नीचे का राशन कार्ड तक नहीं बना है. ऐसे परिवारों का साथ बीएसपी देगी इन परिवारों के सदस्यों को बीएसपी बड़ी जिम्मेदारी देने जा रही है.
लोकसभा चुनाव में पहली बार मतदाता बनने वालों पर बीएसपी की नजर इन परिवारों के युवाओं को बीएसपी में शामिल किया जाएगा. उनके पार्टी में जिम्मेदारी वाले पद भी दिए जाएंगे. इसके साथ ही सर्व समाज के निचले तबके के उन युवाओं पर भी नजर है जो लोकसभा चुनाव में पहली बार मतदाता बनेंगे. इस काम के लिए जमीनी स्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया. बीएसपी के कार्यकर्ता गांव-गांव और शहर में ऐसे परिवारों से संपर्क कर रहे हैं. बीएसपी के सभी कार्यकर्ताओ को टारगेट दिया गया है कि एक दिन में लगभग 100 परिवारों से संपर्क करना है.