लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि ‘गोरक्षा’ के नाम पर अब भगवा ब्रिगेड के  दबंग गरीब हिन्दुओं को भी अपने हिंसक ताण्डव का शिकार बना रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ऐसे लोगों के प्रति नरम रवैया अपनाकर उन तत्वों को बचाने का काम करती हुई नजर आ रही है.


हिन्दु युवा वाहिनी के नाम पर यूपी में काफी अराजकता


मायावती ने कहा, ‘‘हिन्दु युवा वाहिनी के नाम पर भी प्रदेश में काफी अराजकता फैलाई जा रही है और बीजेपी सरकार यह सब कुछ स्वीकार करते हुये भी उन तत्वों के खिलाफ सख़्त कानूनी कार्रवाई नहीं कर पा रही है, यह गंभीर चिन्ता की बात है.’’


बहुजन समाज पार्टी के उत्तराखण्ड के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड एक पड़ोसी राज्य है वहां के भी राजनीतिक और सामाजिक हालात काफी कुछ एक जैसे ही हैं. उत्तर प्रदेश की तरह ही उत्तराखण्ड में भी खासकर गरीबों, दलितों, पिछड़ों और ब्राहमण समाज जातिवादी भेदभाव, राजनीतिक द्वेष और जुल्म-ज्यादती के शिकार बनाये जा रहे हैं और यह सब खुले तौर पर सरकारी संरक्षण में हो रहा है.


जातिवादी भेदभाव और ज्यादती का शिकार


इस क्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के जनपद गोरखपुर में बीएसपी के विधायक विनय तिवारी के घर पर पुलिस का छापा राजनीतिक द्वेष का ताजा प्रमाण है. इसके अलावा दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों को भी हर स्तर पर जातिवादी भेदभाव और ज्यादती का शिकार बनाया जा रहा है, जिसकी बीएसपी कड़ी निन्दा करती है.


उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं बल्कि ‘गोरक्षा’ के नाम पर अब भगवा ब्रिगेड के अराजक और आपराधिक तत्व ग़रीब हिन्दुओं को भी अपनी हिंसक ताण्डव का शिकार बना रहे हैं और बीजेपी सरकार की शासन-व्यवस्था उनके प्रति नरम रवैया अपनाकर उन तत्वों को बचाने का काम करती हुई नज़र आती है.


बीजेपी सरकार का रवैया भी न्यायपूर्ण नहीं


मायावती ने कहा कि सहारनपुर जिले की जातिवादी दलित उत्पीड़न की घटनाओं के सम्बंध में भी प्रदेश की बीजेपी सरकार का रवैया भी न्यायपूर्ण नहीं लग रहा है. इन मामलों में बीजेपी के नेताओं व इनके मंत्रियों का रवैया भी स्वतंत्र व निष्पक्ष नहीं बल्कि पक्षपातपूर्ण ही महसूस होता है.