लखनऊ: बीजेपी की केन्द्र और राज्य सरकारों पर जनहित तथा जनकल्याण योजनाओं की घोर उपेक्षा और अनदेखी करने का आरोप लगाते हुये बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि यही कारण है कि आज उत्तर प्रदेश में भी बीजेपी के नेताओं का विद्वेषपूर्ण, अहंकारी, जातिवादी और साम्प्रदायिक रवैया लगातार जारी है.


किसान वर्ग की घोर अनदेखी


उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं बल्कि बीजेपी शासित राज्यों में किसान वर्ग की घोर अनदेखी करते हुये उनके साथ काफी ज्यादा भेदभाव और जुल्म-ज्यादती की जा रही है, जिस कारण ख़ासकर मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र, आदि राज्यों में वे अपनी मांगों के समर्थन में आन्दोलन करने पर मजबूर हैं. वे पुलिस की लाठियां भी खा रहे हैं. इस क्रम में मध्य प्रदेश के किसानों पर की गई फायरिंग और उसमें छह किसानों की हुई मौत अत्यन्त ही दु:खद और अति-निन्दनीय है.


केवल कागजी घोषणा बनकर रह गई योजनाएं


मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कुछ किसानों के लिये जो मामूली कर्ज माफी की घोषणा बीजेपी सरकार द्वारा की गई, है उसका थोड़ा भी लाभ यहां के किसानों को मिलता हुआ कहीं भी नजर नहीं आ रहा है. अन्य वायदों की तरह यह भी केवल कागजी घोषणा बनकर रह गई है.


मायावती आज उत्तर प्रदेश बीएसपी प्रदेश इकाई कार्यालय में आयोजित प्रदेश के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक को सम्बोधित कर रही थीं. इस बैठक में प्रदेश में पार्टी संगठन की तैयारियों और पार्टी के जनाधार को सर्वसमाज में बढ़ाने के कार्यो की गहन समीक्षा की गई.


कानूनी शिकंजे से बाहर हैं असली भाजपाई षड्यंत्रकारी


उन्होंने कहा कि सहारनपुर की दुर्भाग्यपूर्ण जातीय घटना अभी तक नहीं थम पा रही है क्योंकि बीजेपी सरकार पीड़ितों के साथ न्याय नहीं कर पा रही है. असली भाजपाई षड्यंत्रकारी कानूनी शिकंजे से बाहर हैं और सरकारी संरक्षण में खुलेआम घूम रहे हैं. उनका प्रतिरोध करने वाले लोगों पर पुलिस और प्रशासन अनेक प्रकार की सख्ती कर रहे हैं. इससे स्थिति कैसे सामान्य हो सकती है.