बुलंदशहर: बुलंदशहर हिंसा मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं और नए वीडियो सामने आ रहे हैं. सोमवार तीन दिसंबर को बुलंदशहर में हुई हिंसा के मामले में आरोपी बजरंग दल के नेता योगेश राज के बाद एक और आरोपी शिखर अग्रवाल का वीडियो सामने आया है और उसने भी खुद को निर्दोष बताया है. शिखर अग्रवाल स्याना में बीजेपी नगर युवा मंच का नगरअध्यक्ष भी है.


शिखर का कहना है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की वजह से माहौल बिगड़ा. उसने आरोप लगाया कि सुबोध कुमार सिंह पूरे मामले में एक बार भी मौके पर नहीं आए. शिखर ने कहा अगर उसकी गलती है तो पुलिस उसे सूली पर लटका दे और अगर नहीं है तो उसके साथ कुछ ना किया जाए. शिखर ने पुलिस की कार्रवाई पर भी सवा उठाए हैं.

बुलंदशहर हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह और सुमित की हत्या को चार दिन हो चुके हैं लेकिन मुख्य आरोपी योगेश राज अब तक फरार है. इस बीच आरोपी बजरंग दल के नेता योगेश ने वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया है. वहीं बजरंग दल मेरठ प्रांत के संयोजक प्रवीण भाटी योगेश के समर्थन में आए और पुलिस पर योगेश को फंसाने की साजिश का आरोप लगाया.

बता दें कि बुलंदशहर के स्याना में हिंसा और इसमें एक पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश सरकार का पूरा महकमा सवालों के घेरे में है. इस बीच सूबे के पुलिस प्रमुख ओपी सिंह ने कहा है कि बुलंदशहर की घटना एक षड्यंत्र है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि गौ मांस कहां से आया. उसे वहां कौन लाया? पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने कहा, "मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह घटना सिर्फ लॉ एंड ऑर्डर का हिस्सा नहीं है. यह किसी साजिश का भी हिस्सा है. उन्होंने कहा हम इसकी जांच के लिए एजेंसी को लगाया गया है.

बुलंदशहर के स्याना में बुधवार को एक बार फिर गोवंशों के अवशेष मिले . स्याना के नया गांव इलाके में ये अवशेष पाए गए हैं. सोमवार को भड़की हिंसा से सबक लेते पुलिस ने गोवंशों के अवशेषों को दफन करा दिया है. मौके से दो लोगों को हिरासत में लिया गया है जिनसे पूछताछ की जा रही है.

घटना का नया वीडियो आया सामने

इस घटना का एक नया वीडियो भी सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि आक्रोशित भीड़ पत्थरबाजी कर रही है. युवकों के हाथों में पत्थर और डंडे हैं. ये लोग खेतों की ओर पुलिसवालों को दौड़ा रहे हैं. इसी बीच घायल सुमित दिखाई देता है जिसके साथी उसे सहारा देकर ले जाते दिखते हैं. कुछ युवकों की आवाजें सुनाई देती हैं और हाथ में बंदूक लिए एक पुलिसवाला भी दिखता है. वीडियो खत्म होने से ठीक पहले एक पुलिसवाला खेत में गिरा दिखाई देता है. हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि वो कौन है. माना जा रहा है कि ये इंस्पेक्टर सुबोध ही हैं.

नाबालिगों को बनाया आरोपी

पुलिस ने गोकशी के मामले में दो नाबालिगों को आरोपी बनाया है जिसकी चर्चा शहर भर में हो रही है. दरअसल पुलिस ने गोकशी को लेकर भी मामला दर्ज किया है और उसके बाद हुए हंगामे के मामले में भी केस दर्ज किया गया है. गोकशी के मामले में पुलिस ने दो नाबालिगों को भी आरोपी बना दिया है. आरोपी बच्चों में से एक के पिता ने बताया कि वो अपने बच्चे को लेकर थाने भी पहुंचे थे जहां पर मोबाइल नंबर आदि लिख लिया गया. दूसरा बच्चा उनका भतीजा है. 10-11 साल के इन लड़कों के नाम गोकशी में आने से पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं.