बुलंदशहर: बुलंदशहर में भड़की हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या के मामले में 27 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है. उसमें पहले नम्बर पर बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज का नाम है. दूसरा नाम बीजेपी युवा मोर्चो स्याना के नगराध्यक्ष शिखर अग्रवाल का है इसके साथ ही विहिप कार्यकर्ता उपेंद्र राघव को भी किया नामजद किया गया है. इसके अलावा 60 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.


बता दें कि बुलंदशहर के चिंगरावठी गोवंश के अवशेष मिले थे, जिसकी सूचना स्याना के इंस्पेक्टर को दी गई थी. इसके बाद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे. इसी दौरान उग्र भीड़ ने उनकी हत्या कर दी.


सुबोध कुमार सिंह की हत्या के पहले कुछ लोगों ने गोकशी कि शिकायत की थी, आरोप लगाया था की महाव गांव के जंगलों में गाय काटी गई है, इस मामले में शिकायतकर्ताओं ने नामजद एफआईआर दर्ज करवाई थी, पुलिस ने एफआईआर दर्ज भी कर ली थी. इसके बावजूद सोमवार को तकरीबन 1 से 1.30 बजे के बीच भीड़ ने पुलिस पर हमला किया. गोकशी की एफआईआर दर्ज कराने वाले योगेश राज को पुलिस ने हिंसा और इंस्पेक्टर की हत्या के मामले में आरोपी बनाया गया है. जिसे बुलंदशहर बजरंग दल का संजोयक बताया जा रहा है.


बुलंदशहर हिंसा मामले में पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की है. एक एफआईआर कथित गोवंश की हत्या और दूसरी हिंसा को लेकर दाखिल की गई है. पुलिस ने 27 लोगों का नाम एफआईआर में शामिल किया है जबकि आठ अन्य को अज्ञात बताया गया है. सभी आरोपी बुलंदशहर के सयाना इलाके के है.


इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत से उनके पैतृक गांव तरगंवा में मातम छा गया है. सुबोध के घर में सांत्वना देने वालों की भीड़ लगी है और लोगों की जुबान पर उनकी बहादुरी के चर्चे हैं. इंस्पेक्टर सुबोध दादरी के बहुचर्तित अखलाक हत्याकांड के जांच अधिकारी भी रहे थे.