बुलंदशहर: बुलंदशहर के स्याना में 3 दिसंबर को गोकशी की वारदात के बाद भड़की हिंसा  में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की मौत मामले में लगातार नई कड़ियां जुड़ती जा रही हैं. पुलिस के सूत्रों मुताबिक जांच में सामने आया है कि जीतू फौजी नाम के एक शख्स ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को गोली मारी थी, जीतू महाव गांव का ही रहने वाला है. उसकी पोस्टिंग श्रीनगर में है. हिंसा वाले दिन वो यहीं था, पुलिस की एक टीम उसे गिरफ्तार करने के लिए रवाना हो गई है. सूत्रों की मानें तो उसकी गिरफ्तारी के बाद ही सच सामने आएगा.


बुलंदशहर हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह और सुमित की हत्या को पांच दिन हो चुके हैं लेकिन मुख्य आरोपी योगेश राज अब तक फरार है. आरोपी बजरंग दल के नेता योगेश राज और आरोपी शिखर अग्रवाल ने वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया है.


शिखर का कहना है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की वजह से माहौल बिगड़ा. उसने आरोप लगाया कि सुबोध कुमार सिंह पूरे मामले में एक बार भी मौके पर नहीं आए. शिखर ने कहा अगर उसकी गलती है तो पुलिस उसे सूली पर लटका दे और अगर नहीं है तो उसके साथ कुछ ना किया जाए. शिखर ने पुलिस की कार्रवाई पर भी सवा उठाए हैं.


बता दें कि बुलंदशहर के स्याना में हिंसा और इसमें एक पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश सरकार का पूरा महकमा सवालों के घेरे में है. इस बीच सूबे के पुलिस प्रमुख ओपी सिंह ने कहा है कि बुलंदशहर की घटना एक षड्यंत्र है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि गौ मांस कहां से आया. उसे वहां कौन लाया? पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने कहा, "मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह घटना सिर्फ लॉ एंड ऑर्डर का हिस्सा नहीं है. यह किसी साजिश का भी हिस्सा है. उन्होंने कहा हम इसकी जांच के लिए एजेंसी को लगाया गया है.


बुलंदशहर के स्याना में बीते बुधवार को एक बार फिर गोवंशों के अवशेष मिले. स्याना के नया गांव इलाके में ये अवशेष पाए गए हैं. सोमवार को भड़की हिंसा से सबक लेते पुलिस ने गोवंशों के अवशेषों को दफन करा दिया है. मौके से दो लोगों को हिरासत में लिया गया है.


शहीद के परिवार से सीएम योगी ने मुलाकात भी की है. डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि सुबोध सिंह के बच्चों की पढ़ाई और घर का लोन भी सरकार की तरफ से चुकाया जाएगा. इसके अलावा शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के नाम पर रोड का नाम रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि 50 लाख रुपए की पूरी रकम परिवार को ही दी जाएगी.