नयी दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कथित गोहत्या के मामले के आरोपियों पर रासुका लगाए जाने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी सरकार में पुलिस अधिकारी की हत्या में शामिल लोगों को छोड़ दिया जाता है, जबकि गोहत्या के आरोपियों पर रासुका लगा दी जाती है.


सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘वाह योगी जी !...गोहत्या के आरोपियों के लिए रासुका. पुलिस निरीक्षक सुबोध सिंह की हत्या में शामिल लोगों को छोड़ दिया जाता है.’’


बुलंदशहर जिला प्रशासन ने स्याना तहसील में पिछले महीने हुई गोकशी की कथित घटना के संबंध में गिरफ्तार तीन लोगों पर सोमवार को कड़ा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया गया.


स्याना के गांव महाव के बाहर खेतों में तीन दिसंबर को मवेशियों के कंकाल मिले थे जिसके बाद भीड़ ने उत्पात मचाते हुए चिंगरावठी पुलिस चौकी पर हमला कर दिया था.


निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह (44) और चिंगरावठी के एक व्यक्ति सुमित कुमार (20) की इस हिंसा में गोली लगने से मौत हो गयी थी.


बता दें कि जिलाधीश अनुज कुमार झा ने सोमवार को पुलिस रिपोर्ट के आधार पर अपने आदेश में कहा कि आरोपी अजहर निवासी कैथवाला, नदीम उर्फ नदीमुद्दीन और महबूब अली निवासी चौधरियान, थाना स्याना अपने साथियों के साथ गोकसी में संलिप्त पाए गए हैं.


उन्होंने कहा कि गांव महाब और नयाबांस में इन लोगों के इस कृत्य से लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची. विरोध स्वरूप लोगों ने हिंसात्मक प्रदर्शन किया. साथ ही, पुलिस पर लाठी, डंडों, कुल्हाड़ी आदि से प्रहार कर व गोली मार कर तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक स्याना की हत्या कर दी. संभावना है कि आरोपी जेल से छूटने के बाद साक्ष्यों से छेड़छाड़ कर सकते हैं. इसलिए तीनों आरोपियों को एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) में निरुद्ध किया गया है.