बुलंदशहर: बुलंदशहर में हुई हिंसा को आज तीसरा दिन है, जिस जगह ये हिंसा हुई उसके आस-पास के तीन गांव ऐसे हैं जिनमें सन्नाटा पसरा है, ये गांव चिंगरावठी, महाव और नयाबांस हैं. इन तीनो गांव में सिर्फ औरतें, बच्चे और बुजुर्ग ही नज़र आ रहे हैं. गांव के सारे लड़के पकड़े जाने के डर से फरार हैं. दरअसल पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है उसमें इन्ही तीनों गांव के ज्यादातर लड़के हैं. गांव में कई घर ऐसे भी दिखे जिनपर ताला लगा है.
चिंगरावठी गांव पुलिस चौकी से 500 मीटर की दूरी पर है, हिंसा में मारा गया सुमित इसी गांव का रहने वाला था. इस गांव में भी सन्नटा पसरा है. दरअसल इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या और हिंसा के मामले में इस गांव के 7 लड़कों का नाम एफआईआर में दर्ज है, खौफ का आलम ये है गांव के बच्चे स्कूल तक नहीं जा रहे हैं. गांव की एक महिला ने बताया कि सब पुलिस से डरे हुए हैं. पुलिस लगातार दबिश दे रही ये ही वजह है कि नौजवान फरार है. चिंगरावठी के सरकारी स्कूल की सभी क्लास खाली पड़ी है, टीचर मौजूद हैं लेकिन एक भी बच्चा पढ़ने नहीं आया है. स्कूल में 66 बच्चे पढ़ते हैं लेकिन डर के कारण कोई भी स्कूल नहीं आया.
बात करें महाव की तो ये वही गांव है जहां से हिंसा की शुरुआत हुई थी, इसी गांव के खेत में गौवंश के शव मिले थे, यहां भी सिर्फ औरतें और बच्चे ही नज़र आ रहे हैं. इस गांव के भी कुछ लड़कों का नाम एफआईआर में दर्ज है. गांव की महिला ने बताया कि खेत के काम खुद करना पड़ रहा है, दहशत इतनी है कोई घर से बाहर नहीं निकल रहा है. सब ये ही चाहते है कि गांव में फिर से खुशहाली लौट आए. गांव के लोगों के मुताबिक अभी भी गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है.
नयाबांस गांव के हालात भी कुछ ऐसे ही हैं जहां इस केस का नंबर एक आरोपी योगेशराज रहता है. योगेश अबतक पुलिस के हाथ नहीं लगा है वो अभी तक फरार है. माहौल को देखते हुए गांव के गेट पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है. इस गांव के 3 लोगों का नाम FIR में है, जिसमें योगेशराज, उसके चाचा और चचेरा भाई शामिल है. फिलहाल ये डर और दहशत कब खत्म होगी गांव लोग इसी का इंतजार कर रहे हैं. हिंसा के इस मामले में पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, बाकी अभी फरार है पुलिस का दावा है कि सभी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.