(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कर्नाटक में येदुरप्पा की बड़ी परीक्षा: विधानसभा की 15 सीटों पर उपचुनाव आज, 9 दिसंबर को आएंगे नतीजे
15 विधानसभा क्षेत्र में 38 लाख से ज्यादा मतदाता हैं, जिसमें 19.25 लाख पुरुष और 18.52 लाख महिलाएं हैं. 15 विधानसभा क्षेत्रों के 884 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों सहित 4185 मतदाता केंद्रों पर मतदान होंगा.
नई दिल्ली: कर्नाटक के 15 विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव के लिए आज मतदान होना है. उपचुनाव के नतीजे 9 दिसंबर को आएंगे, जिससे यह पता चलेगा कि इस दक्षिण राज्य में चार महीने पुरानी बीजेपी सरकार बरकरार रहेगी या नहीं. मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा.
उपचुनाव अठानी, कगवाड़, गोकक, येलापुर, हिरेकेरूर, रानीबेन्नूर, विजयनगर, चिकबेलापुर, के.आर. पुरा, यशवंतपुरा, महालक्ष्मी लेआउट, शिवाजीनगर, होसाकोटे, के आर पेटे, हुनसूर सीटों पर होंगे. मुसकी (राइचुर जिला) और आर आर नगर (बेंगलुरू) के उपचुनाव पर कर्नाटक हाईकोर्ट में मई 2018 विधानसभा चुनाव के नतीजे को लेकर दायर मुकदमे की वजह से रोक लगा दी गई है.
15 विधानसभा क्षेत्र में 38 लाख से ज्यादा मतदाता हैं, जिसमें 19.25 लाख पुरुष और 18.52 लाख महिलाएं हैं. 15 विधानसभा क्षेत्रों के 884 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों सहित 4185 मतदाता केंद्रों पर मतदान होंगा. इन मतदान केन्द्रों पर पूरे दिन के मतदान के लिए कुल 8,326 बैलेट यूनिट्स, 8,186 कंट्रोलिंग यूनिट्स और 7,876 वीवीपीएटी मौजूद रहेंगे. 15 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 165 उम्मीदवार खड़े हैं, जिसमें 126 निर्दलीय और नौ महिलाएं शामिल हैं.
बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस सभी 15 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि जेडीएस ने अपने 12 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जहां चुनाव त्रिकोणीय होने की संभावना है. बेलगावी जिले के अठानी, उत्तर कन्नड़ जिले के येलापुर और बेंगलुरू ग्रामीण जिले के होसाकोटे में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. बीजेपी ने चुनाव मैदान में कांग्रेस और जेडीएस छोड़कर आए क्रमश: 11 और तीन विधायकों को उतारा है. इनलोगों ने 14 नवंबर को सत्तारूढ़ पार्टी का दामन थामा था.
सुप्रीम कोर्ट ने 13 नवंबर को अपने फैसले में इनकी अयोग्यता बरकरार रखते हुए इन्हें दोबारा चुनाव लड़ने की इजाजत दी थी. विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार ने 25 और 28 जुलाई को इन विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था. इन 15 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए 21,000 मतदान अधिकारी और करीब 19,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है, जिसमें राज्य पुलिस और केंद्रीय बल भी शामिल हैं. जिन 15 सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें से 12 कांग्रेस के पास और तीन जेडीएस के पास थीं. विधायकों के विद्रोह से गठबंधन सरकार गिर गई थी.
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