फ़िरोज़ाबाद: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसके बाद प्रशासन चौकन्ना हो गया है. फिरोजाबाद में शुक्रवार को हुए बबाल के बाद अब स्थिति सामान्य होने लगी है. सुरक्षा के मद्देमजर ड्रोन कैमरे से दंगा प्रभावित इलाकों पर नजर रखी जा रही है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की मानें तो शहर की 57 ऐसी छतों को चुना गया है जिनकी ऊपर ईट, गिट्टी, और अन्य आपत्ति जनक सामग्री रखी है. इन लोगों को नोटिस जारी गया है.
जुमे की नमाज को देखते हुए फिरोजाबाद में इंटरनेट सेवाएं एक बार फिर बंद कर दी गई हैं. सेवाएं आज से कल शाम 6 बजे तक बंद रहेंगी.
फ़िरोज़ाबाद एसएसपी सचिंद्र पटेल ने कहा कि ड्रोन कैमरे की मदद से सभी की छतों को देखा गया है. जिन छतों पर ईंट पत्थर है या घर बनाने का सामान रखा है उन्हें नोटिस दिया गया है कि वह यह सब छत से हटा दें. उनका कहना है कि फिलहाल फिरोजाबाद में स्थित बिल्कुल सामान्य है, कोई डर की बात नहीं है. जो भी उपद्रवी हैं उनको किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभी तक बवालियों पर 35 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. जिसमें 14 लोग जेल जा चुके हैं फिलहाल सौ के करीब लोगों के फोटो जारी कर दिए गए हैं, इनकी पहचान कर इनके खिलाफ सख्त सख्त कार्रवाई की जाएगी. वही लोगों से भी आग्रह किया है कि वह पहचान कर पुलिस कंट्रोल रुम को उनके नाम बताएं, बताने वाले कि पहचान गुप्त रखी जाएगी.
बता दें कि यूपी के 22 जिलों में पिछले दिनों विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई. हंगामे के साथ साथ पब्लिक प्रॉपर्टी को जमकर नुकसान पहुंचाया गया. उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बृहस्पतिवार से हिंसा में अब तक 15 लोग मारे जा चुके हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि हिंसा की वारदात में 263 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनमें से 57 को गोलियां लगी हैं.
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