इलाहाबाद: यूपी की योगी सरकार इन दिनों एक्शन में है. इसी क्रम में कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने आज अपने गृह नगर इलाहाबाद में कई स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण कर वहां तमाम खामियां पकड़ीं. एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गंदगी मिलने पर उन्होंने महिला डॉक्टर को जमकर फटकार लगाई और उससे कहा कि तुम्हे नौकरी में रहने का कोई हक़ नहीं है.


सीएमओ के खिलाफ मुख्यमंत्री से शिकायत


औचक निरीक्षण में एक ऐसा स्वास्थ्य केंद्र भी मिला, जिसका ताला पिछले डेढ़ सालों से नहीं खुला है. लोगों ने उसका ताला तोड़कर उसे शराब पीने और जुआ खेलने का अड्डा बना रखा था. इन खामियों के मिलने के बाद रीता जोशी ने जिले के सीएमओ के खिलाफ सीएम से शिकायत करने की बात कही है.


यूपी की योगी सरकार इन दिनों पूरी तरह एक्शन में नजर आ रही है. मंत्री जगह-जगह छापेमारी कर खामियां पकड़ रहे हैं तो साथ ही सरकारी अमले पर नकेल भी कस रहे हैं. सरकार की इकलौती महिला कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने आज अपने गृह नगर इलाहाबाद में ताबड़तोड़ छापेमारी की. उन्होंने सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ज़्यादा फोकस किया और उनमे तमाम गड़बड़ियां पकड़ीं.


हेल्थ सेंटर से गायब मिले 8 में से 6 डॉक्टर


चाका इलाके के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र यानी सीएचसी में जब वह औचक निरीक्षण के लिए पहुंची तो वहां आठ में से छह डॉक्टर गायब मिले. वार्डों का बुरा हाल था. साफ सफाई का कोई इंतजाम नहीं था. बेड पर गंदी चादरें पड़ीं थीं. यहां स्वीपर समेत ज़्यादातर कर्मचारी भी गायब थे. महिला वार्ड का शौचालय बेहद गंदा पड़ा था. उसमे से इतनी दुर्गंध आ रही थी कि वार्ड में भी सांस लेना मुश्किल हो रहा था. यहां की हालत देखकर रीता जोशी गुस्से में तमतमा उठीं.


उन्होंने महिला डॉक्टर को सरेआम फटकार लगाई और उससे कहा कि सरकार तुम पर फालतू के पैसे खर्च कर रही है और तुम्हे नौकरी में रहने का कोई हक़ नहीं है. महिला डाक्टर सिर झुकाए चुपचाप मंत्री की डांट सुनती रहीं.



पिछले डेढ़ सालों से नहीं खुला हेल्थ सेंटर का ताला


मंत्री रीता जोशी का काफिला इसके बाद यहाँ से दो किलोमीटर डभांव इलाके के स्वास्थ्य उप केंद्र में पहुंचा. यह उप केंद्र चाका के सामुदायिक केंद्र के अंडर में ही आता है. मंत्री जी यहाँ पहुँची तो उन्हें ताला लटकता मिला. पड़ोस के लोगों को बुलाकर पूछताछ की गई तो पता चला कि यह ताला यहाँ आज ही नहीं लटक रहा है, बल्कि पिछले डेढ़ सालों से ताला खुला ही नहीं है.


इलाके के लोगों ने इस उप केंद्र के पीछे के दरवाजों को तोड़ दिया था. कमरे में शराब की तमाम खाली बोतलें मिलीं. पता चला ताला लगने के बाद से यह उपकेंद्र शराबियों और जुआरियों का अड्डा बन चुका है. फोन पर अफसरों से की गई बातचीत में पता चला कि स्टाफ की कमी के बाद जब इसे पूरे टाइम चलाना मुश्किल हो गया तो यहाँ के बाकी बचे स्टाफ को दूसरी जगहों पर अटैच्ड कर दिया गया. इसके बाद जसरा इलाके के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किये गए निरीक्षण में पता चला कि वहां पिछले कई महीनों से कोई सफाई कर्मचारी ही नही है. यहाँ भी सब कुछ बहुत अच्छा नहीं पाया गया.


महिला डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश


स्वास्थ्य केंद्रों की हालत देखकर रीता जोशी ने कहा कि ज़िले के सीएमओ का काम ठीक नहीं है, इसलिए इनकी रिपोर्ट वह सीधे सीएम को सौंपेंगी. उन्होंने चाका केंद्र के अधीक्षक और वहां की महिला डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश करने की भी बात कही है.


मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा गेंहू क्रय केंद्र का भी निरीक्षण किया. हालांकि यहाँ के निरीक्षण में उन्हें सब कुछ सामान्य ही मिला और कोई बड़ी गड़बड़ी सामने नहीं आई. क्रय केंद्र में भी गंदगी और पानी व कर्मचारियों के बैठने का शेड न होने की कमी ज़रूर दिखाई दी.