मऊ: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में बसपा विधायक पर फर्जी हथियारों के लाइसेंस बनवाने का मामला दर्ज किया गया है. विधायक मुख्तार अंसारी पर दक्षिणटोला पुलिस स्टेशन में कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.


दरअसल प्रदेश के मऊ जिले में एसपी अनुराग आर्या के निर्देश पर जिले में हथियारों के लाइसेंस के सत्यापन का काम कराया जा रहा है. जिसकी जिम्मेदारी अपर पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र कुमार श्रीवास्तव को सौंपी गई. शैलेन्द्र कुमार की जांच के दौरान दक्षिणटोला थाना क्षेत्र के रहने वाले चार लोगों के नाम पर जारी हुए हथियारों के लाइसेंस का नाम पता फर्जी पाया गया. जिसके बाद पता चला कि इन चारों को विधायक मुख्तार अंसारी ने लाइसेंस की सिफारिश अपने लैटर पैड के जरिए की थी.


हालांकि इसमें से एक लाइसेंस धारक शाह आलम को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. बाकी के तीन लाइसेंस धारक के नाम पते जांच में फर्जी पाए गए. पूरे मामले में पुलिस ने छह लोगों के नाम पर मुकदमा दर्ज किया है जिसमें सदर विधायक मुख्तार अंसारी, तत्कालीन एसओ जेएन सिंह, तत्कालीन लेखपाल और फर्जी शस्त्र लाइसेंस धारकों के नाम शामिल हैं. जिन पर आईपीसी की गंभीर धाराओं मे मुकदमा दर्ज किया गया है.


गौरतलब है कि 15 दिसम्बर 2001 को सदर विधायक विधायक मुख्तार अंसारी ने अपने लेटर पैड का इस्तेमाल करते हुए चार लोगों के नाम पर हथियार का लाइसेंस जारी करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से सिफारिश की थी. विधायक द्व्रारा सिफारिश किए सभी नाम पते फर्जी पाए गए.


पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्या ने बताया, जिले की मऊ जनपद में 2001-2002 के दौरान जिले में फर्जी नाम पते पर हथियार लाइसेंस जारी होने की गोपनीय सूचना मिली. इस सूचना मिलने पर इसके जांच के लिए अपर पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र श्रीवास्तव को इसकी जांच सौंपी गई. जांच में खुलासा हुआ कि, मुख्तार अंसारी के लेटर पैड पर चार लोगों ने नाम पर हथियार लाइसेंस जारी करने की सिफारिश की गई. जिनमें सभी के नाम पते फर्जी पाए गए.


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