जौनपुर. उत्तर प्रदेश के जौनपुर में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में नौकरी करने वाली एक टीचर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. आरोपी टीचर का खुद का और सरकारी खाता सीज कर बर्खास्त करने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक ने जेडी को पत्र लिखा है. फर्जी टीचर की भी नियुक्ति कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में नौकरी दिलाने वाले गैंग ने ही कराई थी. एसटीएफ की पूछताछ के बाद मामला सामने आया है.


दरअसल, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डिहिया में प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में तैनात टीचर ने 19 नवंबर 2015 में फर्जी दस्तावेज पर चयन कराया था. उसने आवेदन में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मित्रपुर ढहिया जिला कौशांबी की शिक्षक दीप्ती पुत्री सुरेश चंद्र निवासी बगिया सोहन लाल कायमगंज फर्रूखाबाद के शैक्षिक दस्तावेज लगाए थे.


फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर जांच की गई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. जिला विद्यालय निरीक्षक प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि फर्जी टीचर वर्तमान में प्रभारी प्रधानाध्यापक का भी कार्यभार देख रही थी. जांच में प्रमाणपत्र फर्जी मिलने के बाद कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है. फर्जी टीचर को बर्खास्त करने के लिए जेडी को पत्र लिखा गया है.


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