वाराणसी: वाराणसी में मंदिर और मूर्तियों को तोड़ने का विरोध कर रहे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और उनके शिष्यों के खिलाफ एक मूर्ति को छतिग्रस्त करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.जैतपुरा पुलिस के अनुसार औसनगंज इलाके से स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ‘मंदिर बचाओ आंदोलन’ के दौरान कल पदयात्रा कर रहे थे. वह उर्धवेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन करने गये. इसके एक हिस्से में साईं बाबा की मूर्ति स्थापित है. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और उनके शिष्यों के जाने के बाद मूर्ति के बाएं पैर का अंगूठा टूटा मिला. घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया.


मामले की जानकारी मिलने पर इंस्पेक्टर विजय कुमार चौरसिया बल के साथ मौके पर पहुंचे. वहां पहुंचकर उन्होंने मामले की जांच शुरू की. उन्होंने सीसीटीवी फुटेज खंगाली.


इस मामले में जैतपुरा पुलिस ने स्थानीय लोगों की तहरीर पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और उनके 20 शिष्यों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.


बता दें कि विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट का विरोध और धरोहर बचाओ आंदोलन की अगुवाई कर रहे स्‍वामी अविमुक्‍तेश्‍वरानंद को सीएम से मिलने से रोक दिया गया था. इससे नाराज स्‍वामी अविमुक्‍तेश्‍वरानंद ने कहा कि सीएम ने उन्हें मिलने के बुलाया और फिर पुलिस ने उन्हें मिलने से रोक दिया. स्‍वामी अविमुक्‍तेश्‍वरानंद ने सीएम योगी की तुलना औरंगजेब और उन विदेशी आक्रांताओं से की थी, जिन्होंने भारत पर हमले कर मंदिर तोड़े थे.