बिहारः अपने ही बुने जाल में फंसा शिवम ज्वेलर्स का मालिक, रची थी दुकान से 90 लाख की लूट की साजिश
लूट की खबर सामने आने के बाद पटना पुलिस की टीम पिछले तीन दिनों से लगातार जांच पड़ताल में लगी थी. ज्वेलर्स के मालिक ने पुलिस और मीडिया के सामने कहा था की कैसे उसके दुकान से 90 लाख के गहने लूटे गए थे.
पटनाः बिहार की राजधानी पटना में शिवम ज्वेलर्स में चार फरवरी को लूट की खबर की पोल खुल गई. दुकान के मालिक सुजीत कुमार ने कर्ज़ से बचने के लिए इस घटना को अंजाम दिया. पुलिस की तफ्तीश में मालिक खुद फ़ंस गया. जांच में पता चला कि मालिक खुद लूट की साजिश रची थी. घटना चार फरवरी की है. यहां के जय राम बाजार के शिवम ज्वेलर्स दुकान में लूट की खबर से सनसनी मच गई थी.
पूछताछ के दौरान दुकान के मालिक ने पटना एसएसपी के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया. सुजीत ने पटना पुलिस के सामने माना कि उसकी ज्वेलर्स की दुकान में 90 लाख की ज्वेलर्स की लूट नहीं हुई थी बल्कि उन्होंने एक साचिश रची थी.
जांच में जुटे एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि सुजीत ने दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे की तार को काट कर कूड़े में फेंक दिया था. इनके दुकान में उस समय 50 ग्राम सोने के गहने थे और बाकी चांदी के गहने थे जो अभी भी मौजूद है.
लूट की खबर सामने आने के बाद पटना पुलिस की टीम पिछले तीन दिनों से लगातार जांच पड़ताल में लगी थी. ज्वेलर्स के मालिक ने पुलिस और मीडिया के सामने कहा था की कैसे उसके दुकान से 90 लाख के गहने लूटे गए थे.
खुद ही अपने रचे साजिश में फंस गया
जिस समय लूट की घटना हुई थी उस वक्त पटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगा था. इस मालमे में जांच की मॉनिटरिंग खुद एसएसपी कर रहे थे. पुलिस ने बताया कि सुजीत की ओर से दर्ज एफआईआर को आधार मानते हुए जांच आगे बढ़ रही थी.
जांच का जिम्मा सिटी एसपी को दिया गया था. जांच में पाया गया कि घटना के दिन यानि मंगलवार को दुकान बंद रहती है लेकिन दुकान किसी कारणवश खोला गया था.
ज्वेलर्स मालिक के अनुसार जैसे ही दुकान का शटर खुला कि पीछे से एक आदमी हेलमेट पहने और दूसरा मफलर से मुंह बांध कर आया और गहने खरीदने की बात करने लगा. जैसे ही गहने को निकालने के लिए तिज़ोरी खोला की दोनों आदमी आर्म्स के बल पर उसे कब्जे में कर लिया और 90 लाख का सोना लेकर भाग गया.
कैसे हुआ खुलासा
दुकान के मालिक ने बताया कि भागते समय नशीले पदार्थ मेरे ऊपर डाल कर चला गया और वो बेहोश होकर गिर गया. बाद में परिवार के लोग आए और पुलिस को सूचना दी. मुझे हाईटेक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. पर डॉक्टर के अनुसार कोई नशीली पदार्थ दिया ही नहीं गया था.
पुलिस की गहन जांच पड़ताल के बाद पुलिस को लूट के सम्बंधित किसी प्रकार का ठोस सबूत नही मिल रहा था. आस पास के इलाके में लगे कई सीसीटीवी कैमरा को खंगाला गया. स्थानीय लोगों सभी भी पूछ ताछ की गई. लेकिन कोई लूट का सुराग नहीं मिला.
जांच के दौरान इस बात का खुलासा हुआ कि सुजीत के ऊपर काफी कर्ज है. जांच के दौरान पता चला कि कर्ज की देनदारी से बचने के लिए 90 लाख के ज्वेलर्स की लूट की झूठी कहानी बनाई. सुजीत के भाई ने बताया कि यह कर्ज की वज़ह से आत्महत्या भी करने जा रहा था.
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