बलियाः जिले में समाजवादी पार्टी के कई नेताओं के खिलाफ महामारी अधिनियम उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है. इसमें सपा नेता मुहम्मद जियाउद्दीन रिजवी का नाम भी शामिल है. पुलिस ने उनके खिलाफ भी निषेधाज्ञा व लॉक डाउन उल्लंघन के साथ ही महामारी फैलाने व सार्वजनिक मार्ग अवरुद्ध करने को लेकर केस दर्ज किया है.


सिकंदरपुर थाना प्रभारी बाल मुकुंद मिश्रा ने बताया कि सपा नेता मुहम्मद जियाउद्दीन रिजवी सहित 18 सपा नेताओं के खिलाफ नामजद और 100 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ निषेधाज्ञा व लॉक डाउन का उल्लंघन करने के अलावा सार्वजनिक मार्ग अवरुद्ध करने का मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि ये मामला पुलिस चौकी प्रभारी अमर जीत यादव की शिकायत पर किया गया है. पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है. आरोप है कि सपा नेताओं ने सोमवार को सिकंदरपुर कस्बे में बगैर प्रशासनिक अनुमति के जुलूस निकाला था.


कोरोना को लेकर योगी सरकार पर हमलावर अखिलेश
उधर, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर कानून व्यवस्था और कोरोना टेस्ट को लेकर निशाना साधा है. अखिलेश ने मंगलवार को ट्वीट करते हुये लिखा कि कोरोना के साथ-साथ प्रदेश में कानून-व्यवस्था की भी हालत खराब है. सपा प्रमुख ने ट्वीट के जरिये कहा कि जिस प्रकार कोरोना टेस्ट टाले जा रहे हैं, इससे वास्तिवक स्थिति का पता नहीं चल रहा है और कोरोना पीक कब तक आएगा, कहा नहीं जा सकता, तो फिर सरकार बताए कि कोरोना पीक से वो लड़ने की तैयारी कैसे करेगी.


https://twitter.com/yadavakhilesh/status/1277818923170197505

यही नहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी सरकार द्वारा रोजगार दिये जाने के दावे पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मनरेगा में जनता को नाममात्र का रोजगार का झुनझुना देने की जगह यूपी के मुख्यमंत्री बताएं कि तथाकथित इंवेस्टर मीट्स और डिफेंस एक्सपो के बाद हुये कितने करार सच में बैंकों को सहयोग से जमीन पर उतरे हैं व इनसे कितनो को सच्चा रोजगार मिला है. अखिलेश ने ट्वीट कर ये बातें कहीं.


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