बिहार में लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के मामले में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ पटना में केस दर्ज किया गया है. इनके साथ ही आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव और लालू यादव के करीबी विधायक भोला यादव सहित कई अन्य नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इन सभी लोगों पर आरोप है कि उन्होंने महामारी अधिनिमय के तहत सावधानी नियमों का पालन नहीं किया.
बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार की सुबह 10 सर्कुलर मार्ग पर राबड़ी देवी के आवास पर आरजेडी विधायकों का जमावड़ा लगा हुआ था. इस दौरान किसी ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया. कई नेताओं ने मास्क नहीं पहने हुए थे. इन सभी ने कोविड-19 के नियमों को तोड़ा. ये सभी लोग गोपालगंज जाने की मांग कर रहे थे. आपको बता दें कि ये सभी लोग गोपालगंज ट्रिपल मर्डर मामले के मुख्य आरोपित जदयू एमएलए अमरेन्द्र उर्फ पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आरजेडी के गोपालगंज मार्च में शामिल होने जा रहे थे.
हालांकि बिहार पुलिस ने आरजेडी को इस मार्च और राजनैतिक गतिविधि में इतने लोगों के इकट्ठा होने की अनुमति नहीं दी थी. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए पटना के एसपी सेंट्रल और एडीएम लॉ एंड आर्डर ने साफ कहा था कि नियमों का उल्लंघन होने पर पुलिस कार्रवाई करेगी.
ये है मामला
रविवार रात रूपनचक गांव में दो बाइक पर सवार अपराधियों ने आरजेडी नेता जेपी यादव के घर पर गोलीबारी कर दी, हमले में उनके पिता महेश चौधरी और मां संकेशिया देवी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. हमले में जेपी यादव और उनके भाई शांतनु यादव भी गंभीर रूप से घायल हो गए. अस्पताल में इलाज के दौरान शांतनु यादव ने दम तोड़ दिया. वहीं जेपी यादव का अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस ने आरोपी विधायक के बड़े भाई सतीश पांडेय और भतीजे मुकेश पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है.
सीबीआई करे मामले की जांच
तेजस्वी यादव ने बुधवार को अपनी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल फागु चौहान से मुलाकात कर मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग की. आरजेडी नेता तेजस्वी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोप लगाया कि पुलिस गोपालगंज जिले में कुचायकोट विधानसभा इलाके से जेडीयू विधायक अमरेंद्र नाथ पांडेय उर्फ पप्पू पांडे को गिरफ्तार नहीं कर रही है क्योंकि वे मुख्यमंत्री के करीबी हैं.
यह भी पढ़ेंः
मोदी सरकार के छह साल : जानिए केंद्र सरकार की 6 बड़ी उपलब्धियां
Uber ने 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, कोरोना संकट के चलते लिया फैसला