नई दिल्ली: केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बिहार के दो आश्रय गृहों में बच्चों के कथित शोषण के संबंध में नई एफआईआर दर्ज की हैं. अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि सीबीआई ने रूपम प्रगति समाज समिति द्वारा भागलपुर में संचालित ‘बॉयज चिल्ड्रन होम’ और गया के ‘हाउस मदर चिल्ड्रन होम’ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की.





अधिकारियों ने कहा कि इन आश्रय गृहों को चलाने में शामिल अधिकारियों के खिलाफ जांच चल रही है. गौरतलब है कि पिछले साल बिहार के मुजफ्फरपुर में पत्रकार ब्रजेश ठाकुर की तरफ से संचालित आश्रय गृह में नाबालिग लड़कियों के कथित यौन उत्पीड़न के बाद देशभर में आक्रोश की लहर फैल गई थी.


सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को ‘टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान’ (टीआईएसएस) की तरफ से किए गए अध्ययन में बताए गए 17 आश्रय गृहों में कथित उत्पीड़न की जांच का निर्देश दिया था. टीआईएसएस रिपोर्ट में कहा गया कि गया के ‘हाउस मदर ऑफ चिल्ड्रन होम’ में बच्चों से अभद्र भाषा का इस्तेमाल हुआ, उनकी पिटाई की गई, उन्हें अभद्र संदेश लिखने को मजबूर किया गया और उनसे काम कराया गया.