मेरठ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर से मिलने पहुंचीं. उनके साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे. चंद्रशेखर मेरठ के अस्पताल में भर्ती हैं. प्रियंका ने कहा कि इस मुलाकात को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए. इस मुलाकात के बाद एबीपी न्यूज़ ने चंद्रशेखर से बातचीत की.
चंद्रशेखर ने कहा," मैं ना सियासत करता हूं और ना करना चाहता हूं. मेरा एक ही एजेंडा है और मोदी को मैं यूपी से चुनाव जीतने नहीं दूंगा. भाजपा के ताबूत में आखिरी कील भीम आर्मी 15 मार्च को ठोकेगी. दिल्ली से. प्रियंका ने मानवता के नाम पर भाई कहकर हाल पूछे. बस इतनी ही बात हुई."
जब उनसे ये पूछा गया कि क्या आपको पहले से प्रियंका के आने के बारे में जानकारी थी? तो उन्होंने जवाब दिया,"आप लोगों के शोर ने मुझे उठाया. जब बाहर काफी हल्ला हो रहा था तो मुझे लगा कि शायद कोई आ रहा है. उनका सम्मान है कि वो मिलने आईं लेकिन मैं सिर्फ और सिर्फ बहुजन समाज की राजनीति करता हूं."
प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर से मुलाकात
कांग्रेस में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा,"मैं चाहता था कि गठबंधन इतना मजबूत हो जाए कि बीजेपी के जीतने की कोई संभावना ही ना बचे. गठबंधन काफी मजबूत है. मेरी मंगलकामनाएं हैं उनको. बीजेपी का सफाया हो."
नगीना सीट से चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा," जिसे एमपी बनना हो वो सीट ढूंढेगा. मुझे सासंद बनना नहीं. मैं बहुजन समाज की राजनीति करूंगा. मोदी को यूपी से जीतने नहीं देना है. इस एक सीट पर गठबंधन भी हमें सपोर्ट करे. उन्होंने दो सीटें कांग्रेस को दी हैं, एक सीट हमें भी दे."
उन्होंने कहा," या तो मायावती, अखिलेश या मुलायम खुद उतरें मोदी के सामने. मोदी को हम जीतने नहीं देंगे. मैं उनके सामने चुनाव लडूंगा और यूपी से बाहर निकालूंगा. हमने गठबंधन को सपोर्ट किया था तो मैं चाहता हूं कि गठबंधन हमें सपोर्ट करे."
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