छठ महापर्व पर कौमी एकता का नजारा, व्रतियों के जाने वाले रास्ते को साफ करते दिखीं मुस्लिम महिलाएं
मुस्लिम महिलाओं के साथ मेयर सीता साहू भी साफ सफाई करते दिखीं. इस दौरान वहां की वार्ड पार्षद मुमताज जहां भी महिलाओं के साथ साफाई में जुटी हुई दिखाई दीं. ये सभी महिलाएं मिलकर घाट तक जाने वाले रास्ते को साफ कर रही थीं.
पटनाः लोक आस्था का महापर्व छठ देश के कई हिस्सों में धूम-धाम से मनाया जा रहा है. बिहार में इस पर्व के सफल आयोजन के लिए राज्य के हर तबके के लोग जुट गए हैं. लोग जात-पात और धर्म से ऊपर उठकर इस पर्व के सफल आयोजन के लिए घाटों की साफ-सफाई में जुटकर मेहनत कर रहे हैं. कुछ ऐसा ही नजारा पटना सिटी इलाके में देखने को मिला जब गंगा घाट पर दर्जनों की संख्या में जमा होकर मुस्लिम महिलाएं गली मुहल्लों और घाटों की सफाई में जुट गई.
इन महिलाओं के साथ इलाके में पटना की मेयर सीता साहू भी साफ सफाई करते दिखीं. इस दौरान वहां की वार्ड पार्षद मुमताज जहां भी महिलाओं के साथ साफाई में जुटी हुई दिखाई दीं. ये सभी महिलाएं मिलकर घाट तक जाने वाले रास्ते को साफ कर रही थी जिससे की व्रतियों को पूजा के दौरान छठ घाट जाने में किसी भी तरह की असुविधा न हो.
इस दौरान पार्षद मुमताज जहां ने कहा, "कुछ लोग धर्म और मजहब के नाम पर समाज को तोड़ने का काम करते है. रास्तों की साफ-सफाई के जरिए मुस्लिम महिलाएं लोगों को संदेश देना चाहती है कि देश में एकता कायम रहे."
इस दौरान उन्होंने कहा, "लोक आस्था का महापर्व छठ के दौरान लोगों को हिन्दू मुस्लिम का भेद भाव मिटाकर एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए. सभी वर्गों की चाहत होती है कि किसी भी पर्व का सफलता पूर्वक समाप्ति हो."
बता दें कि आज छठ महापर्व का दूसरा दिन है जिसे खरना का व्रत भी कहा जाता है. इस दिन व्रती दिनभर उपवास करने के बाद शाम में सूर्य देव की आराधना के बाद प्रसाद ग्रहण करते हैं. जिसके बाद परिजनों के बीच इसे बांटा जाता है.
चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में साफ-सफाई और शुद्धता का काफी ख्याल रखा जाता है. पूजा के दौरान व्रती नए कपड़े पहनते हैं और परिवार में शुख-शांति के लिए भगवान भास्कर की उपासना करते हैं.