लखनऊ: उत्तर प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा विभाग की तैयारी परखने के लिए विभाग की प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला एक बालिका कॉलेज में कक्षा नौ की छात्रा बनकर बैठ गईं. इस दौरान उन्होंने मौजूद शिक्षक से कुछ सवाल भी किये.


प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला मंगलवार के दिन इंदिरानगर स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज पंहुचीं. प्रमुख सचिव बिना किसी लाव लश्कर के कॉलेज पहुंचीं. यहां वे कक्षा नौ की छात्राओं के साथ जीव विज्ञान की क्लास अटेंड करने को चुपचाप पीछे जाकर बैठ गईं. करीब आधे घंटे तक वे क्लास में बैठीं रहीं. इस दौरान उन्होंने जिज्ञासु छात्रा की तरह शिक्षक से कई सवाल भी पूछे. सवाल पूछने के बाद वह ब्लैक बोर्ड की साइड में आ गयीं. इस पर शिक्षक और बच्चियां थोड़ा हड़बड़ाये, लेकिन जब इनको नई छात्रा का परिचय दिया गया तो फिर वहां माहौल शांत हो गया. सभी को लगने लगा कि क्लास में एक वरिष्ठ अफसर की अब मौजूदगी हो गयी है. उन्होंने टीचर से बच्चों की प्रगति के साथ ही सिलेबस से जुड़े सवाल भी किये.



इसके बाद साथ बीते तीन वर्ष के परिणाम और बच्चियों की समस्याओं के बारे में भी पूछा. इस दौरान उन्होंने शिक्षिका से पूछा कि किसी बच्ची को जब कोई सवाल क्लास में समझ में नहीं आता है तो वह क्या करती हैं? इसके बाद वह स्कूल की तीन-चार और कक्षाओं का निरीक्षण करने गईं. प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला ने बताया कि राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, इंदिरा नगर में कुछ समय पूर्व ही स्मार्ट क्लास शुरु की गयी है. इस स्कूल में स्मार्ट क्लास के नतीजों ने उन्हें उत्साहित किया है.


अब यहां की सफलता देखने के बाद आगे भी एजेण्डा बनाया जायेगा ताकि अन्य स्कूलों में भी इसे शुरु किया जा सके. उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले भी उन्होंने लखनऊ में कई स्कूल का दौरा किया था. इस बार का अनुभव अलग था. विभाग अब स्कूलों में प्रयोग के तौर पर स्मार्ट क्लास का कान्सेप्ट ला रहा है. इसी क्रम में हम स्कलों का दौरा कर छात्र-छात्राओं का अनुभव जानने के प्रयास में हैं. माध्यमिक शिक्षा के स्तर में सुधार प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में है.