लखनऊ: इन दिनों यूपी में बिजली आंखमिचौनी खेल रही है. ऐसा नहीं है कि बिजली के इस खेल से केवल आम आदमी ही परेशान है. बिजली ने तो शासन और प्रशासन तक को परेशान किया हुआ है. ताजा मामला लखनऊ से है जहां यूपी के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे एक मीटिंग कर रहे थे कि तभी अचानक बिजली गुल हो गई.


दरअसल हुआ यूं कि यूपी के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे योजना भवन में उद्योग बंधू की उच्च स्तरीय मीटिंग ले रहे थे. तभी अचानक बिजली गुल हो गई. क़रीब तीन मिनट तक बिना बिजली के मीटिंग जारी रही. ये वाकया तब पेश आया है जब यूपी में सरकार बिजली को लेकर बड़े बड़े दावे कर रही है. इस तीन मिनट के बिजली गुल होने से सरकार के दावे सवाल खड़े हो रहे हैं.


ऐसा नहीं है कि शहरी इलाकों में बिजली ये खेल ना खेलती हो. ग्रामीण इलाकों की तरह ही बिजली शहरी इलाकों में भी गुल होती रहती है. यूपी के बड़े शहरों में भी बिजली की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है. गाजियाबाद और नोएडा समेत कई बड़े शहरों में बिजली कटौती होती है. मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे की मीटिंग में बिजली का चले जाना दिखाता है कि शासन और प्रशासन भी बिजली के इन झटकों को झेल रहे हैं.


बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा के जनसंपर्क अधिकारी अंकुश त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश में बिजली सरप्लस है. गर्मी में 20800 मेगावाट की डिमांड प्रदेश में थी जिसे पूरा किया गया. फिलहाल 13000 मेगावाट की डिमांड है. हो सकता है कि बैठक के दौरान कोई तकनीकी समस्या हुई हो.