लखनऊ: यूपी के अलग-अलग शहरों से लगातार बच्चा चोरी की अफवाहें सामने आ रही हैं और निर्दोष लोग भीड़ की हिंसा का शिकार बन रहे हैं. कुछेक घटनाएं सच भी पाई गई हैं लेकिन अधिकतर मामले फर्जी निकल रहे हैं और लोगों को गुस्सा, निर्दोषों की जान का दुश्मन बन रहा है.
बच्चा चोर होने के संदेह में व्यक्ति की पिटाई
मुजफ्फरनगर जिले के आनंदपुरी क्षेत्र में दिल्ली के एक व्यक्ति की बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ ने पिटाई कर दी. पुलिस ने बताया कि व्यक्ति किसी काम से शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इस क्षेत्र में गया था जहां लोगों के एक समूह ने उस पर बच्चा चोर होने का आरोप लगाया और उसकी पिटाई की. उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों के एक दल ने उसे भीड़ से बचाया. पूछताछ में पाया गया कि वह निर्दोष है. इसके बाद उसे छोड़ दिया गया.
बच्चा चोरी का आरोप लगाकर पीट दिया
नोएडा के थाना सेक्टर 39 क्षेत्र के भूड़ा कॉलोनी में बीती रात को कुछ लोगों ने एक व्यक्ति पर बच्चा चोरी का आरोप लगाकर उसे पीट दिया. थाना सेक्टर 39 के थानाध्यक्ष नीरज मलिक ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि भूड़ा कॉलोनी के लोग इस शक के आधार पर एक व्यक्ति को पीट रहे हैं कि वह बच्चा चोरी कर रहा था. थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि यह आरोप निराधार है. कॉलोनी के लोग रामनिवास नामक एक व्यक्ति को पकड़कर पीट रहे थे. उसे इनके चंगुल से छुड़ाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया, तथा बच्चा चोरी की झूठी सूचना देने वाले राजेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
बलिया में महिला को पीटा
बलिया से मिली खबर के मुताबिक शहर कोतवाली क्षेत्र के बाहरी इलाके में भीख मांगने वाली रीना नामक महिला को शुक्रवार मोहल्ले के लोगों ने बच्चा चोर समझकर घेर लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी. पुलिस ने शनिवार को बताया कि सूचना पाकर बलिया के यातायात उपनिरीक्षक सुरेश चन्द्र द्रिवेदी मौके पर पहुंचे और भीड़ के आक्रोश से उस महिला को बाहर निकाला. इसके बाद पुलिस महिला को कोतवाली ले गई, जहां जांच पड़ताल के बाद यह पता चला कि महिला बैरिया इलाके की रहने वाली है और भीख मांग कर जीविकोपार्जन करती है.
बांदा में मजदूरों की पिटाई
बांदा के अतर्रा कस्बे में बच्चा चोर समझ कर भीड़ ने शुक्रवार को चार मजदूरों को पिटाई कर दी और बाद में पुलिस हवाले कर दिया. पुलिस ने शनिवार को बताया कि ग्रामीण क्षेत्र से कस्बे में मजदूरी करने आये चार मजदूर काम नहीं मिलने पर लोहिया नहर पुल के पास बैठे हुए थे. पुलिस के मुताबिक कुछ लोगों ने बच्चा चोर की अफवाह फैला दी, जिससे भीड़ इकट्ठा हो गई और उनकी पिटाई कर पुलिस को सौंप दिया था. करीब तीन घण्टे की पूछताछ में मजदूरों से हकीकत का पता चला तो उन्हें छोड़ दिया गया है. थानाध्यक्ष रामेंद्र तिवारी ने कहा, 'शुक्रवार को मैं एक साक्ष्य के सिलसिले में जिले से बाहर था. शाम को थाने वापस आने पर घटना की जानकारी मिली है. भीड़ में शामिल लोगों की पहचान कर अगली कार्रवाई की जाएगी.