गोरखपुर: गर्मी की छुटि्टयां खत्म होने के बाद जब बच्चों के स्कूल खुलेंगे तो छठी, सातवीं और आठवीं कक्षा में पढ़ रहे सरकारी स्कूलों के बच्चों को नाथ संप्रदाय के गुरू बाबा गोरखनाथ, बाबा गंभीरनाथ और स्वामी प्रणवानंद सहित महान विभूतियों के बारे में पढ़ने का अवसर मिलेगा.
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बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्र नारायण सिंह ने कहा, 'पुस्तकों का स्वरूप बदल दिया गया है और वे अब रंगीन प्रिंटिंग के साथ अधिक आकर्षक हैं. बाबा गोरखनाथ, बाबा गंभीरनाथ, स्वामी प्रणवानंद, शहीद बंधु सिंह, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल आदि की जीवनी छात्र-छात्राओं को पढ़ई जाएंगी. गुरू गोरक्षनाथ छठी क्लास के पाठयक्रम में पढ़ाई जाने वाली किताब (महान व्यक्तित्व) में होंगे. पहली से आठवीं कक्षाओं की आठ लाख 36 हजार से अधिक पुस्तकें पहुंच गई हैं और उन्हें ब्लाक रिसोर्स सेंटरों और स्कूलों में भेजने की प्रक्रिया चल रही है.'
उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि अब बच्चे महान विभूतियों के जीवन के बारे में पढ़ेंगे. इससे निश्चित तौर पर उनका मानसिक विकास होगा. शहीद बंधु सिंह, आल्हा उदल और रानी अवंतिबाई अब पाठयक्रम का हिस्सा होंगे. 'महान व्यक्तित्व' पुस्तक में पहले 32 अध्याय थे जो अब बढाकर 38 किये गये हैं.
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बच्चे अब नेताजी सुभाषचंद्र बोस, लाल बहादुर शास्त्री, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम के बारे में भी पढ़ेंगे. भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक स्वामी प्रणवानंद और नाथ संप्रदाय के गुरू बाबा गंभीरनाथ की जीवनी भी आठवीं कक्षा की इस पुस्तक में है.