शाहजहांपुर: पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और चर्चित भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद मामले में अब एक नया मोड़ सामने आया है. पीड़िता के साथ राजस्थान में मिलने वाले युवक ने एसआईटी को एक 'पेन-ड्राइव' अधिकृत रूप से सौंपी है. युवक का दावा है, "इस पेन ड्राइव में एक वीडियो है, चिन्मयानंद का असली चेहरा क्या है? जांच में यह सब उजागर करने के लिए पेन-ड्राइव ही काफी है."


पीड़ित लड़की और उसके भाई का दावा है कि अगर एसआईटी ने ईमानदारी से जांच की तो 'पेन-ड्राइव' में सब कुछ मौजूद है.


पीड़िता ने प्रेस कांफ्रेंस कर चिन्मयानंद पर लगाए गंभीर आरोप


पीड़िता ने हाल ही में पीड़िता ने प्रेस कांफ्रेंस कर चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता ने यूपी पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं. पीड़िता ने दो टूक कहा कि यूपी पुलिस पर कतई विश्वास नहीं है, क्योंकि अगर पुलिस ईमानदार है तो फिर दो दिन बाद भी स्वामी के खिलाफ उसके द्वारा दी गई शिकायत पर दुष्कर्म का मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया?


संदिग्ध हालात में गायब हुई पीड़िता बरामद होने के बाद पहली बार सोमवार को मीडिया के सामने आई. पीड़िता ने कहा, "एसआईटी ने दिल्ली से शाहजहांपुर पहुंचते ही मुझसे 10-11 घंटे तक पूछताछ की, मगर मेरे द्वारा दी गई शिकायत पर पुलिस ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है."


स्वामी चिन्मयानंद पर रेप के आरोप


पीड़िता उस शिकायत का जिक्र कर रही थी, जिसमें उसने स्वामी चिन्मयानंद पर रेप के आरोप लगाए हैं, जिसे उसने दिल्ली पुलिस को दिए थे. लड़की ने कहा, "स्वामी चिन्मयानंद ने मेरे साथ रेप किया. एक साल तक लगातार उसने मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न किया."


पीड़िता ने की हास्टल वाले कमरे को सुरक्षित रखने की अपील


पीड़ित ने यह भी दावा कि "स्वामी के खिलाफ आरोप का मेरे पास सबूत भी हैं. मेरे हास्टल वाले कमरे को सुरक्षित रखा जाए. वक्त आने पर मैं स्वामी के खिलाफ सभी मजबूत सबूत पुलिस को सौंप दूंगी."


सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार दोपहर में पीड़िता के हॉस्टल वाले बंद कमरे को भी एसआईटी ने खोल दिया. कमरे के अंदर क्या कुछ मिला? इस सवाल का जबाब मिलना अभी बाकी है.


वहीं पीड़ित लड़की और उसके परिवार का आरोप है कि एसआईटी की उनसे पूछताछ की स्टाइल ऐसी है जैसे वे अपराधी हैं, जबकि दुष्कर्म के आरोपी और जान से मारने की धमकी देने वाले स्वामी चिन्मयानंद से एसआईटी अभी तक एक बार भी आमना-सामना नहीं कर सकी है.


यूपी पुलिस पर उठाया था सवाल
पीड़िता का सवाल था कि अगर यूपी पुलिस ईमानदार है तो फिर उसे (पीड़िता) स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दिल्ली में क्यों करनी पड़ी? अगर यूपी पुलिस सहयोग कर रही है तो फिर दो दिन बाद भी एसआईटी ने स्वामी के खिलाफ मेरी शिकायत पर रेप का मामला दर्ज क्यों नहीं किया है?


जिलाधिकारी पर लगाया परिवार को धमकाने का आरोप
लॉ कर रही छात्रा ने जिलाधिकारी पर भी धमकाने का आरोप लगाया. उसने कहा, "मेरे परिवार-परिजनों को शाहजहांपुर के जिलाधिकारी धमका रहे हैं. क्योंकि उन्होंने चिन्मयानंद के खिलाफ शिकायत की है."


पीड़िता बोली- चिन्मयानंद ने सैकड़ों लड़कियों की जिंदगी और इज्जत के साथ खिलवाड़ किया


पीड़िता ने प्रेस-कांफ्रेंस में साफ-साफ कहा कि स्वामी चिन्मयानंद ने उसके जैसी और भी सैकड़ों लड़कियों की जिंदगी और इज्जत के साथ खिलवाड़ किया है.


कैसे सुर्खियों में आया था मामला?


पीड़िता का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उसने स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए थे. उसके बाद  अचानक गायब हुई पीड़िता को यूपी पुलिस ने 30 अगस्त को राजस्थान से बरामद किया था. उस वक्त वह कुछ अन्य हमउम्र लड़कों के साथ थी. बाद में यूपी पुलिस ने जब पीड़िता को सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश किया, तो उसने बताया कि वह स्वेच्छा से अपनी जान सुरक्षित रखने के लिए एक परिचित लड़के के साथ शहर छोड़कर चली गई थी.


कहा ये भी जा रहा है कि मामले की जांच की निगरानी कर रहे इलाहाबाद हाई कोर्ट की विशेष पीठ ने एसआईटी से अब तक की जांच की प्रगति रिपोर्ट मंगलवार को तलब की है। ऐसे में संभव है पेन-ड्राइव से लेकर, पीड़िता द्वारा दिल्ली पुलिस के जरिए दी गई स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत तक के तमाम सबूत एसआईटी हाईकोर्ट की निगरानी पीठ को सौप दे.