पटना: चिराग पासवान आजकल बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट नाम से एक यात्रा पर हैं. इस साल 14 अप्रैल को वॉइस नाम से पार्टी का घोषणा पत्र भी जारी करेंगे.


'चौकीदार' की तरह ' युवा बिहारी '


लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रास्ते पर चल पड़े हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले जिस तरह नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल में ' चौकीदार ' शब्द जोड़ा था , वैसे ही चिराग पासवान ने अपने ट्विटर हैंडल में अपने नाम के पहले ' युवा बिहारी ' जोड़ लिया है. चिराग के इस क़दम का भी उद्देश्य राजनीतिक ही है. बिहार विधानसभा चुनाव के लिए चिराग पासवान ने बिहार और बिहारी को केंद्रबिंदु में रखकर अपना चुनावी अभियान शुरू किया है. अपने ट्विटर हैंडल में नाम बदलकर चिराग ने इसी अभियान को आगे बढ़ाया है. जल्द ही चिराग पासवान अपने फेसबुक अकाउंट में भी यही शब्द जोड़ जा रहे हैं.


' बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट '


चिराग पासवान ने जब से अपनी पार्टी की कमान संभाली है तबसे पार्टी के संगठन को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं. इसी के तहत पार्टी ने सदस्यता अभियान चला रखा है. इसके अलावा पार्टी ने अक्टूबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 14 अप्रैल को ही बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन डोकुमेंट 2020 के नाम से घोषणा पत्र जारी करने का फ़ैसला किया है. घोषणा पत्र के लिए लोगों की राय इकट्ठा करने के लिए चिराग इन दिनों इसी नाम से यात्रा भी कर रहे हैं.


ट्विटर पर क़रीब 95 हज़ार फॉलोवर


ट्विटर पर चिराग पासवान के करीब 95000 फॉलोअर हैं. पार्टी को उम्मीद है कि ट्विटर हैंडल में नाम बदलने से बिहार के युवाओं तक चिराग पासवान सीधा जुड़ पाएंगे. एबीपी न्यूज़ से विशेष बातचीत में चिराग पासवान ने कहा - " मुझे फ़ख़्र है कि मैं बिहारी हूं और चाहता हूँ कि हर बिहारी ख़ासकर वहां का युवा भी इसपर गर्व करे चाहे वो दुनिया के किसी कोने में रहता हो." ज़ाहिर है ऐसा करके चिराग पासवान अपने युवा प्रतिद्वंद्वी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को भी कड़ी टक्कर देना चाहते हैं.