पटना: एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान प्रदेश भ्रमण यात्रा पर निकले हैं. इसी के साथ ही उनके और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच गुरिल्ला वार देखने को मिल रहा है. चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दारोगा बहाली में हुई धांधली की सीबीआई जांच कराने की बात कही है. इसके साथ ही चिराग पासवान ने इस पत्र को मीडिया में भी रिलीज कर दिया है. दारोगा बहाली में हुई धांधली के खिलाफ पटना में आंदोलन कर रहे दारोगा अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. चिराग ने इनकी रिहाई की भी मांग की है.
बिहार के मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखते हुए चिराग ने लिखा की इनकी प्रदेश भ्रमण यात्रा के दौरान वो दरोगा परीक्षा में भाग लेने वाले परीक्षार्थियों से मिले. जिनसे उन्हें पता चला है कि 22 दिसम्बर 2019 को प्रदेश में आयोजित बिहार दारोगा परीक्षा के प्रश्न-पत्र और उत्तर पुस्तिका पहले ही लीक कर दी गए थे. परीक्षार्थियों ने उन्हें बताया कि सोशल साइट्स पर पहले से ही वायरल कर दिए गए थे.
चिराग पासवान के पत्र के मुताबिक इसको लेकर परीक्षार्थियों ने 26 और 30 दिसंबर 2019 को आंदोलन किया था. इसके साथ ही 31 दिसंबर 2019 और 7 जनवरी 2020 को इससे संबंधित सबूतों को मोबाइल के साथ BPSSC कार्यालय में जाकर आयोग के OSD को दी थी. चिराग ने लिखा है कि OSD ने कहा था कि इस मामले की जांच की जाएगी. वहीं मामले की जांच कराए बिना ही परित्रा के परिणाम 28 जनवरी 2020 को घोषित कर दिए गए.
इस पूरे मामले में चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीबीआई जांच करोने की मांग की है. वहीं इस प्रकरण में संलिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है. इसके साथ ही साथ आंदोलन कर रहे गिरफ्तार किए गए परीक्षार्थियों को भी रिहा कराने की भी मांग की है.