महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले से नेपाल की सीमा सटी है. भारत के बहुत से लोग नेपाल में काम करने के लिए जाते हैं. लॉकडाउन से पहले नेपाल में गए भारतीय लोग वहीं फंस गए थे. नेपाल सीमा सील होने के कारण वहां भारतीय नागरिक वक्त गुजार रहे थे. ऐसे में महराजगंज प्रशासन ने भारतीय नागरिकों की सुध ली और उनको वहां से लाने के लिए जरूरी औपचारिकता पूरी हुई. इसके बाद भारतीय नागरिकों की घर वापसी संभव हुई.
नेपाल में क्वॉरंटीन में रहने वाले 123 भारतीय नागरिक शनिवार की शाम सोनौली पहुंचे तो खुशी से उछल पड़े. लोगों ने पीएम मोदी जिन्दाबाद के नारे लगाए और प्रशासन समेत सरकार के प्रति आभार प्रकट किया. फिलहाल नेपाल से लौटे सभी भारतीय नागरिकों को नौतनवां में क्वॉरंटीन में रख दिया गयाा है. वहीं, नौतनवां क्वॉरंटीन में रहने वाले 165 नेपाली नागरिकों को भी नेपाल भेजा गया है. नेपाली नागरिको ने जाते समय प्रशासन से मिले सहयोग की सराहना की. नेपाली नागरिकों ने कहा कि बुरे वक्त में भारत में खूब स्नेह मिला.
नेपाल से आने वाले सभी भारतीय नागरिक नेपाल की कंपनियों में काम करते हैं. कुछ अपना व्यवसाय भी करते हैं. लॉकडाउन के बाद लोग बेरोजगार हो गए थे. शनिवार की शाम एसडीएम नौतनवां जसधीर सिंह यादव के नेतृत्व में नेपाल रूपनदेही जिले में फंसे 123 भारतीय नागरिकों को लाया गया. सभी नागरिक उत्तर प्रदेश एवं बिहार के रहने वाले हैं.
एसडीएम नौतनवा जसधीर सिंह यादव ने बताया कि सभी 123 नागरिको को क्वारंटाइन कर जांच कीय जाएगी. उसके बाद सभी को घर भेज दिया जाएगा. उधर, शनिवार की शाम सीमावर्ती कस्बे होली क्रॉस स्कूल नौतनवां में क्वारंटाइन 165 नेपाली नागरिकों को नेपाल पुलिस के हवाले कर दिया गया. क्षेत्राधिकारी नौतनवां राजू कुमार साव ने बताया कि नेपाल रूपनदेही जिला प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद नेपाली नागरिको को भेजा गया है. सभी की क्वारंटाइन में बेहतर ढंग से देखभाल की गई.