बुलंदशहर: यूपी के बुलंदशहर में गोकशी को लेकर भड़की हिंसा ने दो जिंदगियां लील लीं. पहली मौत इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हुई जो उग्र प्रदर्शनकारियों को समझाने बुझाने के लिए गए थे और दूसरी मौत सुमित की हुई. सुमित के परिजनों ने एबीपी न्यूज से बातचीत की और बताया कि सोमवार को क्या कैसे हुआ.


सुमित के घर वालों के मुताबिक उसकी उम्र तकरीबन 21 साल थी और बीए सेकेंड इयर का छात्र था, साथ ही पुलिस और रेलवे की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नोएडा से करता था. वो गांव इसलिए आया था क्योंकि नोएडा में दौड़ने में दिक्कत होती थी, यहां वो स्टेडियम में दौड़ लगाता था. अभी कुछ दिनों पहले ही सुमित ने यूपी पुलिस की भर्ती परीक्षा में हिस्सा लिया था.


परिवार ने कहा कि घटना के दिन सुमित उस रास्ते से स्याना जाने के लिए गुजर रहा था और उसी दौरान हिंसक झड़प की चपेट में आया. सुमित के चचेरे भाई अनुज ने बताया कि घर की महिलाओं को अभी तक ये नहीं बताया गया है कि सुमित की मौत हो गई है. सुमित चिंगरावटी गांव का रहने वाला था. परिजनों का कहना है कि उस दिन सुमित दोस्त के साथ शादी के कार्ड बांटने गया था.


भाई का कहना है कि सुमित घर से स्याना जा रहा था और उसी दौरान ये हिंसा हुई. उन्होंने आगे कहा कि देखते ही देखते पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प होने लगी. झड़प के दौरान सुमित को गोली लगी और भीड़ बेकाबू हो गई. उसके बाद पुलिस भागने लगी और उसी दौरान इंस्पेक्टर सुबोध सिंह ने डर की वजह से खुद को गोली मार ली. घर की एक महिला ने भी कहा है कि इंस्पेक्टर ने ही खुद को गोली मारी है. अनुज का कहना है कि इस घटना में बजरंग दल के लोग भी शामिल थे.


बता दें कि बुलंदशहर में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या मामले में पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिफ्तार किया है. इस बीच एसआईटी ने भी घटनास्थल का दौरा किया है.
हत्या के मामले में 27 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है. उसमें पहले नंबर पर बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज का नाम है. बीजेपी युवा स्याना के नगराध्यक्ष शिखर अग्रवाल, वीएचपी कार्यकर्ता उपेंद्र राघव को भी किया नामजद किया गया है. इसके अलावा अन्य 60 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है.